भारतीय किसान यूनियन ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार की कही ये बात
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिक व छात्र छात्राओं से दुर्व्यवहार की खबरें आ रही हैं उन्हें भारत सरकार सकुशल वतन वापस लाएं..
बांदा,
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिक व छात्र छात्राओं से दुर्व्यवहार की खबरें आ रही हैं उन्हें भारत सरकार सकुशल वतन वापस लाएं। यह मांग भारतीय किसान यूनियन के चित्रकूट धाम मंडल प्रवक्ता ने जिला अधिकारी के माध्यम से की है। उन्होंने धान खरीद केंद्रों में धांधली का आरोप भी लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस समय आपदा में अवसर तलाश किया जा रहा है। जो हवाई जहाज का टिकट 25000 का मिलता था,इस समय छात्र छात्राओं से 50000 वसूल किए जा रहे हैं। हम पहले ही निजीकरण का विरोध करते रहे हैं। निजीकरण के कारण ही आज आपदा में अवसर ढूंढा जा रहा है,अगर यह सिस्टम बंद नहीं हुआ तो इसके परिणाम घातक होंगे।
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जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री भारत सरकार को भेजे गए ज्ञापन में भारतीय किसान यूनियन ने कहा है कि यूक्रेन में युद्ध की परिस्थितियों के कारण अनेक भारतीय जिनमें छात्र-छात्राएं भी सम्मिलित हैं फंसे हुए हैं। इनकी सकुशल वतन वापसी के लिए भारतीय किसान यूनियन प्रतिबद्ध और कटिबद्ध है इसलिए इन फंसे हुए भारतीयों और छात्र-छात्राओं की सकुशल वतन वापसी का समुचित प्रबंध भारत सरकार द्वारा किया जाए।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि भारतीय किसान यूनियन को तमाम फंसे हुए भारतीय एवं छात्र छात्राओं की तरफ से वीडियो और ऑडियो के माध्यम से सूचित किया गया है कि उनके साथ नजदीकी देशों की सीमा पर अशोभनीय दुर्व्यवहार किया जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन इसकी कड़ी निंदा करती है और भारत सरकार से मांग करती है कि तत्काल उनकी वापसी के लिए प्रयास करें। यूनियन के प्रवक्ता बलराम तिवारी ने कहा कि धान खरीद केंद्रों में इस समय बड़ी धांधली की जा रही है हालांकि प्रशासन द्वारा धान खरीद के लिए 7 दिन और बढ़ा दिए गए हैं। अभी खुरहण्ड मंडी की बात करें तो वहां 30000 कुंतल धान पड़ा हुआ है जिसकी अभी तक खरीद नहीं हुई है। उन्होंने धान खरीद में हो रही धांधली पर अंकुश लगाने की मांग की है।
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