यमुना नदी में गिरे ट्रक को निकालने के लिए एसडीआरएफ टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बांदा फतेहपुर जनपद को जोड़ने के लिए यमुना नदी के बारा घाट में बनाए गए पांटून पुल से शुक्रवार की रात धान से लदे ट्रक के यमुना नदी में..
बांदा फतेहपुर जनपद को जोड़ने के लिए यमुना नदी के बारा घाट में बनाए गए पांटून पुल से शुक्रवार की रात धान से लदे ट्रक के यमुना नदी में गिर जाने से उसे बाहर निकालने के लिए जब प्रशासन ने हाथ खड़े कर लिए, तब दूसरे दिन एसडीआरएफ की 15 सदस्य टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन जारी किया। लेकिन न तो अभी ट्रक निकल सका और न ही इस दुर्घटना के शिकार हुए चालक का शव मिल पाया। मृतकों व ट्रक मालिक का पता चल गया है।
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यमुना नदी के बारा घाट में शुक्रवार की देर रात को धान से लदा हुआ एक ट्रक गिर गया था।जिसको अगले दिन दोपहर को निकल रहे किसी राहगीर ने जाफरगंज पुलिस तथा जसपुरा पुलिस को जानकारी दी।जानकारी मिलने पर दोनों थानों की पुलिस ने पहुँचकर स्थनीय गोताखोरों की मदद से एक अधेड़ के शव को निकाला था।मिले शव को जसपुरा पुलिस ने सोशल मीडिया में वायरल किया था जिससे उसकी पहचान साजिद लाल दरवाजा अमेठी फरुखाबाद के रूप में हुई।शनिवार को देर रात को लखनऊ से राजेन्द्र कुमार शुक्ला के नेतृत्व में 15 सदस्यीय टीम एसडीआरएफ आ गई थी।
जिसने आज पहले पीपे के पुल को खोलकर हटाया। ट्रक के नम्बर से ट्रक मालिक की पहचान हुई है। जसपुरा थाना प्रभारी राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि ट्रक मनोज गर्ग पुत्र रामऔतार निवासी साद नगर पालम कालोनी मगलपुरी का हैं। ट्रक मालिक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ट्रक जनपद के अतर्रा से धान लेकर गाजियाबाद जा रहा था। जिसमे चालक शकील पुत्र शमीम 30 हैं जो पठान टोला गुरसहायगंज कन्नौजं का हैं।ट्रक मालिक के द्वारा चालक को बताये जाने पर देर रात तक एसडीआरएफ की टीम ने उसका शव ढूढने को रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखा। खबर लिखे जाने तक ट्रक अभी तक नदी से नही निकाला गया है।
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