मिलिए बुन्देलखण्ड के सबसे कम उम्र के आईटी कंपनी के सीईओ से, 16 वर्ष की आयु में 32 से अधिक ऐप बनाया
आज का युवा सब कुछ करने में सक्षम है और वह हर नामुमकिन कार्य को भी मुमकिन बना सकता है। यह बात आपने कई बार सुनी..
आज का युवा सब कुछ करने में सक्षम है और वह हर नामुमकिन कार्य को भी मुमकिन बना सकता है। यह बात आपने कई बार सुनी होगी लेकिन इस बात को साबित करके दिखाया है झांसी के अभय नामदेव ने, जो महज 16 साल की उम्र में अभय करोड़ पतियों की सूची में भी शामिल हो गए हैं।
अभय एक आईटी एक्सपर्ट है और वह अभी तक लगभग 32 से अधिक ऐप बना चुके हैं और उन्हें अलग-अलग कंपनियों को उनकी जरूरत अनुसार बेच भी चुके हैं। अभय ने आठवीं क्लास से कोडिंग करने के साथ ऐप बनाना शुरू कर दिया था।इसके साथ ही वह कंपनियों की मांग पर उनके लिए सॉफ्टवेयर और डिजिटल सिक्योरिटी सिस्टम भी बनाते हैं।
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सबसे कम उम्र के आईटी कंपनी के सीईओ का विश्व रिकॉर्ड के लिए इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड ने उनके नाम को चुना गया है। फिलहाल अभय एक ऐसे मोबाइल ऐप पर काम कर रहे हैं जो बच्चों और महिलाओं दोनों के लिए मददगार साबित होगा।उनके इस ऐप में जहां एक ओर महिलाओं के लिए एसओएस की ऐसी सुविधा उपलब्ध होगी कि फोन बंद होने के बाद भी वह महिला आपातकालीन स्थिति में किसी से संपर्क कर सकती है।
दूसरी ओर इस ऐप में बच्चों को इंटरनेट की उस दुनिया से दूर रखने की भी सुविधा है जो बच्चों को गलत राह पर ले कर जा सकती हो। इसके अलावा इस ऐप में कई अन्य फीचर भी शामिल हैं जिन पर अभय लगातार काम कर रहे हैं।अभय के पिता झांसी में एक ठेकेदार हैं। उन्होंने बताया कि अभय यह तरक्की उन्हें खुशी देती है और वह गौरवान्वित महसूस करते हैं।
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