सड़क सुरक्षा जागरूकता रैली के माध्यम से लोगों को किया जागरूक

मुख्यमंत्री द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता महा अभियान के अंतर्गत गुरूवार को सी.ओ. सिटी, राकेश कुमार सिंह, ए.आर.टी.ओ. शंकर सिंह, मंडलीय मास्टर..

सड़क सुरक्षा जागरूकता रैली के माध्यम से लोगों को किया जागरूक

मुख्यमंत्री द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता महा अभियान के अंतर्गत गुरूवार को सी.ओ. सिटी, राकेश कुमार सिंह, ए.आर.टी.ओ. शंकर सिंह, मंडलीय मास्टर ट्रेनर( सड़क सुरक्षा) डॉ. पीयूष मिश्र के नेतृत्व में जागरूकता रैली राजकीय इंटर कॉलेज बांदा से हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई ।

जागरूकता रैली रोडवेज बस स्टैंड से होते हुए बाबूलाल चौराहा बांदा पर समाप्त हुई। रैली में राजकीय इंटर कॉलेज बांदा, आदर्श ब. इंटर कॉलेज बांदा, डी.ए.वी इंटर कॉलेज बांदा, अखंड भारत के कैडेट्स एन.सी.सी. एवं स्काउट गाइड के छात्र छात्राओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। हैंडविल एवम पोस्टरों के माध्यम से आम जनमानस को सड़क सुरक्षा जागरूकता नियमों से परिचित कराया गया।

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समापन स्थल पर मंडलीय मास्टर ट्रेनर डॉ. पीयूष द्वारा छात्रों को नोडल छात्र के रूप में कार्य करते हुए अपने घर से ही सड़क सुरक्षा जागरूकता एवं यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का आवाहन किया। परिवहन विभाग से एआरटीओ. शंकर जी द्वारा छात्र छात्राओं को हेलमेट ,सीट बेल्ट के साथ, कम उम्र में वाहन चलाने से बचने एवं अभिभावकों को जागरूक करने का संकल्प दिलाया। यातायात प्रभारी दीनदयाल द्वारा यातायात नियमों के पालन करने की नसीहत दी गई। अंत में प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज बांदा धर्मराज ने सभी का धन्यवाद दिया एवं छात्र छात्राओं को बताए गए नियमों के पालन करने का सुझाव दिया।

इस अवसर पर अलीगंज चौकी प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह, आदर्श बजरंग इंटर कालेज प्रधानाचार्य मिथिलेश पांडे, डीएवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य आनंद गुप्ता, उप प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज बांदा अखिलेश दीक्षित, परिवहन विभाग से के.के.सिंह, राजेश वर्मा, घनश्याम गुप्ता, कमलेश सिंह, आकांक्षा त्रिपाठी, धीरेंद्र कुमार, राजेंद्र द्विवेदी, मंगल सिंह, संतोष, हरिराम, सहायक अध्यापक राजकीय इंटर कॉलेज बांदा एवं अन्य कालेजों के शिक्षक उपस्थित रहे । दलाल किसी का ऐसा शिकार करते हैं कि अंततः शिकार व्यक्ति मानसिक रूप से उत्पीड़ित होकर हताश हो जाएगा या खुद के साथ अप्रिय घटना घटित कर लेगा। वहीं ऐसे प्रकरण पहले पुलिस प्रशासन तक पहुंचते नही और जब पहुंचते हैं तब उनका भी व्यवहार समझ से परे हो जाता है।

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