हमीरपुर : पुरानी परम्परा के दंगल में 44 महिलाओं ने अखाड़े में दिखाए दांवपेंच

जिले के मुस्करा कस्बा व आस-पास के गांवों में कजली का त्योहार हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। वही, दूसरी ओर लोदीपुर निवादा गांव..

हमीरपुर : पुरानी परम्परा के दंगल में 44 महिलाओं ने अखाड़े में दिखाए दांवपेंच
दंगल में 44 महिलाओं ने अखाड़े में दिखाए दांवपेंच..

गांव की प्रधान ने कुश्ती लडऩे वाली महिलाओं को गिफ्ट देकर किया पुरस्कृत

जिले के मुस्करा कस्बा व आस-पास के गांवों में कजली का त्योहार हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। वही, दूसरी ओर लोदीपुर निवादा गांव में अंग्रजों के जमाने से लगातार लगने वाले इस महिला दंगल में युवा व बुजुर्ग महिलाओं ने अपनी कला का प्रदर्शन कर मौजूद महिला दर्शकों को हतप्रभ कर दिया। आयोजित दंगल का शुभारंभ ग्राम प्रधान निवादा गिरजा देवी ने किया।

मुस्करा विकास खण्ड क्षेत्र के अधिकांश गांवों में आज सुंदर परिधानों में व सिर में कजली खप्पर लिए महिलाओं ने गांव की परिक्रमा करते हुए कजली का विसर्जन किया गया। जगह-जगह पर बुंदेली लोक संस्कृति के कार्यक्रमों का आयोजन भी हुए। कहीं झूलों में झूलती महिलाएं कहीं आल्हा गायन तो कहीं दंगल के आयोजनों ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।युवा पहलवानों ने मुगदर भांजे व अपने शारीरिक शौष्ठव का प्रदर्शन किया।

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वही, क्षेत्र के लोदीपुर निवादा गांव में वर्षों से चले आ रहे महिलाओं के दंगल का आयोजन किया गया। जब गांव के ग्रामीण रामधनी कुशवाहा से जब इन महिलाओं के दंगल के बाबत जानकारी जुटाई गई तो उन्होंने कहा कि हमारे पिता जी बताया करते थे कि ब्रिटिश हुकूमत में उनकी फौजों ने यहां के लोगों पर बड़ा अत्याचार किया यह अंग्रेजी फौज के जुल्म से गांव के लोग परेशान थे पुरुष अपने घरों में नहीं रह पाते थे, तभी महिलाओं ने अपनी हिफाजत के लिए कुश्ती के दावपेंच सीखे थे।

ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पति व रिटायर्ड बैंक मैनेजर नाथूराम ने बताया कि हमारे बुजुर्गों ने इस दंगल के बारे में प्रचलित कहानी बताते हुए जानकारी दी थी कि अंग्रेजों के अत्याचार से गांव के पुरुष अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग जाते थे, तो अंग्रेज उनका सामना करने व आत्मरक्षा के लिए ही उस समय की महिलाओं ने सारे दांव-पेंच सीख लिए थे।तभी से गांव की महिलाओं ने इस प्रथा की शुरुआत गांव के पुराने बाजार मौदान से की थी। इस दंगल में महिलाओं ने जमकर अपने दांव -पेंच दिखाए।

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दंगल की शुरुआत ग्राम प्रधान निवादा गिरजा देवी ने गणेश पूजन कर शुरूआत कराई।इसके बाद शुरू हुए दंगल में बन्दों देवी ने सुशील को हरा दिया। केशर व विमल की कुश्ती में केशर जीती मीरा ने गोरी को पराजित कर दिया। अनुसुइया व मुलिया की बीच हुई कुश्ती में अनुसुइया विजय रही है। रामबाई ने रामकली को पटखनी दे दी। कल्ली व रानी साहू के बीच हुई कुश्ती में कल्ली जीती।

इसके अलावा 44 महिलाओं की कुश्तियां खेली गई। ग्राम प्रधान गिरजा देवी ने दंगल में भाग लेने वाली महिलाओं पुरुस्कार देकर भी सम्मानित किया व मिठाई खिलाई कर मुंह मीठा कराया। इस कार्यक्रम के आयोजन में गांव की बुजुर्ग महिलाओं का सराहनीय सहयोग रहा।

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हि.स

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