श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन
बांदा के ग्राम घुरौंडा-कुरौली में विगत 3 दिनों से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के आज चैथे दिन प्रभु श्रीकृष्ण..
बांदा के ग्राम घुरौंडा-कुरौली में विगत 3 दिनों से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के आज चैथे दिन प्रभु श्रीकृष्ण की लीलाओं का आलौकिक वर्णन कथा वाचक परशुराम शुक्ल जी महाराज द्वारा किया गया।
उन्होने असंख्य ब्रह्मांडों के रचयिता परब्रह्म परमात्मा भगवान श्री कृष्ण जी की महिमा का वर्णन करते हुए कहा है कि वह सच्चिदानंद स्वरूप हैं, इस समस्त विश्व की उत्पत्ति के हेतु हैं।
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तीनों प्रकार के तापों का विनाश करने वाले हैं, उन समस्त ब्रह्मांडों के एकमात्र ईश्वर परमात्मा श्री कृष्ण जी को हम सब नमस्कार करते हैं।
वह परिपूर्णतम ब्रह्म अपने भक्तों के कल्याण के लिए सर्वत्र व्याप्त होते हुए अजन्मा और अविनाशी स्वरूप होते हुए भी अपनी प्रकृति को अधीन करके अपनी योगमाया से प्रकट होते हैं।
आचार्य जी द्वारा वर्तमान परिदृश्य में चल रही प्रकृति असंतुलन पर विशेष कथानक प्रस्तुत किया गया।जिससे आमजन अपने प्रयासों से ईश्वर पर पूर्ण आस्था स्थापित कर सकें। यजमान के रूप में गजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी एवम चंद्रकली त्रिपाठी रहे। इस अवसर पर अंकित शुक्ला,उदित शुक्ला,ललित तिवारी,लखन त्रिवेदी,अशोक शुक्ला,दीपू दीक्षित व प्रेम अवस्थी इत्यादि स्रोता मौजूद रहे।
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