जगदगुरु शोध पीठ के कार्य शोध तक नहीं रहेंगें सीमित : कुलपति

जगदगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय में जगदगुरु रामभद्राचार्य शोध पीठ के तत्वावधान में चल रही पांच...

जगदगुरु शोध पीठ के कार्य शोध तक नहीं रहेंगें सीमित : कुलपति

पांच दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन

चित्रकूट। जगदगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय में जगदगुरु रामभद्राचार्य शोध पीठ के तत्वावधान में चल रही पांच दिवसीय कार्यशाला का सोमवार को समापन हुआ। 

समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शिशिर कुमार पांडेय तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलसचिव मधुरेंद्र कुमार पर्वत, कुलाधिपति के निजी सचिव रमापति मिश्र मौजूद रहे। कुलपति ने कहा कि यह पीठ केवल शोध कार्यों तक ही सीमित नहीं रहेगी। बल्कि प्रसार सेवा कार्यक्रमों के द्वारा शोध की उत्कृष्टता को भी बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने शोध पीठ के माध्यम से ब्रेल लिपि तथा अन्य आधुनिक तकनीकियों के माध्यम से शोध कार्यों को अपडेट करने पर बल दिया। इस अवसर पर कुलसचिव मधुरेंद्र कुमार पर्वत ने कहा कि इसके लिए आवश्यक सुविधाओं और अन्य स्रोतों की पीठ के लिए कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। साथ ही सभी प्रकार का प्रशासनिक सहयोग शोध पीठ को प्राप्त होगा। रमापति मिश्रा ने कहा की जगद्गुरु के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला निश्चित रूप से उनके व्यक्तित्व के विभिन्न आयामों को जन सामान्य तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम है और इस पीठ के माध्यम से उनके कृतित्व के द्वारा शोध के नवीन पहलुओं की जानकारी शोधार्थियों व जन सामान्य को दी जा सकेगी। इस मौके पर सहायक निदेशक डॉ विश्वेश दुबे, अधिष्ठाता डॉ निहार निरंजन मिश्र, डॉ महेंद्र कुमार उपाध्याय, डॉ गुलाबधर, डॉ किरण त्रिपाठी, डॉ अमित अग्निहोत्री, दुर्गेश कुमार मिश्र, डॉ नीतू तिवारी सहित विवि परिवार के सदस्य उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षा विभाग के प्रभारी डॉ रजनीश कुमार सिंह ने किया।

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