“ज्ञान बहुत अच्छा हो परन्तु वैराग्य न हो तो वह टिकता नहीं” — श्री राम हृदय दास जी महाराज
श्री राम लीला मैदान में चल रही श्री राम कथा के दौरान आज प्रवचन करते हुए श्री राम हृदय दास जी महाराज जिज्ञासु ने कहा कि ज्ञान तभी स्थायी...
बाँदा। श्री राम लीला मैदान में चल रही श्री राम कथा के दौरान आज प्रवचन करते हुए श्री राम हृदय दास जी महाराज जिज्ञासु ने कहा कि ज्ञान तभी स्थायी होता है जब उसमें वैराग्य का समावेश हो। केवल बौद्धिक ज्ञान मन को स्थिर नहीं कर पाता, क्योंकि जब तक वैराग्य नहीं आता, तब तक व्यक्ति सांसारिक मोह-माया में उलझा रहता है।
उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम के जीवन से हमें त्याग, भक्ति और मर्यादा का संदेश मिलता है। ज्ञान और वैराग्य का संगम ही मनुष्य को मोक्ष के मार्ग पर ले जाता है। कथा के दौरान भक्तों ने भजन-कीर्तन के साथ श्रीराम नाम का गुणगान किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और कथा श्रवण कर धर्म और जीवन के आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
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