बांदाः उप निबंधक कार्यालय में फर्जीवाड़ा का मामला सब रजिस्ट्रार समेत इन 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा

 जिले के सदर तहसील में 22 साल पहले रजिस्ट्री में हुए फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। उप निबंधक कार्यालय के सब रजिस्ट्रार और वसीका दस्तावेज लेखक आदि की मिली भगत से ...

बांदाः उप निबंधक कार्यालय में फर्जीवाड़ा का मामला सब रजिस्ट्रार समेत इन 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा

 
 जिले के सदर तहसील में 22 साल पहले रजिस्ट्री में हुए फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। उप निबंधक कार्यालय के सब रजिस्ट्रार और वसीका दस्तावेज लेखक आदि की मिली भगत से फर्जी व्यक्ति को खड़ा करके कूटरचित दस्तावेजों के जरिए जमीन की रजिस्ट्री करा दी गई। जमीन के असली वारिस को 20 साल बाद फर्जीबाड़े की जानकारी हुई, जिसने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर तत्कालीन सब रजिस्ट्रार और वसीका दस्तावेज लेखक समेत शहर कोतवाली में सात व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। किसान की जमीन फर्जी शख्स की फोटो और हस्ताक्षर करा बैनामा कराए जाने का मामला है।

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 जारी गांव निवासी रावेंद्र शर्मा उर्फ रवींद्र कुमार शांतिनगर में रहता है। उसके मुताबिक, गांव में उसकी 1.8313 हेक्टेयर जमीन है। शहरी क्षेत्र में रहने के चलते खेतीबाड़ी के लिए गांव निवासी राममिलन यादव को जमीन दी थी। खसरा, खतौनी आदि कागजात उसी के पास थे। आरोप है कि उपनिबंधक कार्यालय सदर में तत्कालीन सब रजिस्ट्रार से मिलीभगत कर राममिलन ने अपने परिचित चिल्ला के ग्राम विछवाही निवासी इंद्रपाल यादव, ग्राम कलेक्टरपुरवा निवासी दादू सिंह और वसीका दस्तावेज लेखक कल्लू यादव के साथ मिलकर फर्जी शख्स को रवींद्र कुमार दर्शाते हुए फर्जीवाड़ा कर आधी जमीन की रजिस्ट्री करा ली।

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जबकि शेष आधी जमीन राममिलन ने अपने भाइयों रामबाबू यादव और रामनरेश यादव के नाम रजिस्ट्री करा ली। रवींद्र का दावा है कि रजिस्ट्री में जो फोटो लगी है। वह किसी और की है उसके चेहरे से मेल नहीं खाती है। रवींद्र अनपढ़ है। अंगूठा लगाता है जबकि रजिस्ट्री में अलग-अलग राइटिंग में हस्ताक्षर हुए हैं। रवींद्र कुमार के मुताबिक, उसे इस फर्जीवाड़ा की जानकारी दो साल पहले 10 जनवरी 2021 को हुई। जबकि रजिस्ट्री 12 जनवरी 2001 में हो चुकी थी। जानकारी होने पर रवींद्र कुमार फर्जीवाड़े के सबूत और कागजात जुटाता रहा फिर थाना पुलिस में तहरीर दी और अफसरों से भी गुहार लगाई, लेकिन कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हुई। तब कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। गुरुवार को कोर्ट के आदेश पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।

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इस बारे में जानकारी देते हुए क्षेत्र अधिकारी नगर गवेद्र पाल गौतम ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर न्यायालय के आदेश पर गुरुवार को तत्कालीन सब रजिस्ट्रार समेत सात व्यक्तियों के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इस मामले की जांच चौकी इंचार्ज सिविल लाइन को सौंप गई है।

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