पन्ना के इस मजदूर ने सपने में भी नहीं सोचा था कि इतना बड़ा हीरा मिलेगा
कोरोना संक्रमण के चलते देश के 22 मार्च के बाद से लाकडॉउन चल रहा था। जैसे ही अनलाकडॉउन हुआ और पन्ना में उथली हीरा खदानों में काम शुरु किया गया और लाकडॉउन के बाद से यह पन्ना हीरा कार्यालय में पहला बड़ा हीरा जमा किया गया है।
@ पन्ना
पन्ना में कोई कब रंक से राजा बन जाये कोई ठिकाना नहीं है जिस पर भगवान की कृपा हुई वह एक ही दिन में रंक से राजा बन जाता है और अभी तक कई रंक से राजा बन चुके हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को एक मजदूर ने अपने 9 साथियों के साथ पार्टनरशिप में हीरा खदान लगाई थी जिसे मंगलवार को उज्ज्वल किस्म का हीरा मिला है जिसकी कीमत 30 लाख से भी अधिक आंकी जा रही है।
जानकारी के अनुसार आज फिर एक मजदूर आनंदी लाल कुशवाहा को भी पन्ना की धरा ने रंक से राजा बना दिय। और बेशकीमती उज्ज्वल जैम क्वालिटी का हीरा मिला है। जिसकी अनुमानित कीमत 30 लाख ज्यादा बताई जा रही है।
पन्ना के रानीपुर की उथली हीरा खदान से मजदूर को काफी दिनों बाद हीरा मिला है। जिसको मजदूर व उसके साथियों ने हीरा कार्यालय में जमा कर दिया है।
लॉकडाउन के बाद का सबसे बड़ा हीरा
कोरोना संक्रमण के चलते देश के 22 मार्च के बाद से लाकडॉउन चल रहा था। जैसे ही अनलाकडॉउन हुआ और पन्ना में उथली हीरा खदानों में काम शुरु किया गया और लाकडॉउन के बाद से यह पन्ना हीरा कार्यालय में पहला बड़ा हीरा जमा किया गया है।
वहीं मजदूर का कहना है कि
भगवान जुगल किशोर की उन पर कृपा हुई है पहले भी इसी खदान से उसे 70 सेंट का हीरा मिल चुका है और अब उसे 10.69 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है। हीरा मिलने के बाद मजदूर व उसके साथियों के खुसी से चेहरे खिल गए। आखिरकार पन्ना की रत्नगर्भा धरती ने मजदूर की मेहनत का फल दिया है। इसलिए कहते हैं कि बुंदेलखंड की इस रत्नगर्भा धरती में पग-पग रत्न भरे पड़े हैं।
हिन्दुस्थान समाचार