पन्ना में उड़ीसा की तर्ज पर रथयात्रा महोत्सव मनाया जाता है, भगवान जगदीश स्नान यात्रा महोत्सव का आगाज

पन्ना के रथयात्रा महोत्सव की गुरुवार को परंपरागत व हर्षोल्लास के बीच भगवान जगदीश स्वामी के स्नान यात्रा के कार्यक्रम के साथ ही..

Jun 26, 2021 - 08:53
 0  4
पन्ना में उड़ीसा की तर्ज पर रथयात्रा महोत्सव मनाया जाता है, भगवान जगदीश स्नान यात्रा महोत्सव का आगाज
फाइल फोटो

पन्ना के रथयात्रा महोत्सव की गुरुवार को परंपरागत व हर्षोल्लास के बीच भगवान जगदीश स्वामी के स्नान यात्रा के कार्यक्रम के साथ ही 168 वर्ष पुरानी रथयात्रा महोत्सव का आगाज हो गया। राजशाही जमाने से चली आ रही परंपरा के अनुसार सुबह बड़ा दीवाला स्थित जगदीश स्वामी मंदिर में भगवान की स्नान यात्रा के कार्यक्रम की शुरूआत हुई।

पन्ना राज परिवार के सदस्य व मंदिर के पुजारियों, प्रशासानिक अधिकारी सहित भक्तजनों द्वारा गर्भ गृह में विराजमान भगवान जगदीश स्वामी उनके बड़े भाई बलभद्र, बहन देवी सुभद्रा की प्रतिमाओं को आसन में बैठाकर मंदिर प्रांगण स्थित लघु मंदिर में बारी-बारी से लाकर विराजमान कराया गया।

यह भी पढ़ें -  पन्ना टाइगर रिजर्व की युवा बाघिन मौत से अनाथ हुए उसके चार नन्हें शावक कहां हो गए गुम

हजार छिद्र वाले मिट्टी के घड़े से भगवान को स्नान कराया रू कोरोना वायरस के चलते सभी लोगों की कोविड जांच के उपरांत ही सादगीपूर्ण हुए आयोजन में मंदिर के पुजारियों तथा ब्राम्हणों द्वारा वेद मंत्रों के साथ भगवान की पूजा अर्चना की गई तथा हजार छिद्र वाले मिट्टी के घड़े से भगवान को स्नान कराया गया।

स्नान के साथ ही मान्यता के अनुसार भगवान लू लग जाने की वजह से बीमार पड़ गए। जिन्हें सफेद पोशाक पहनाई गई और भगवान की भव्य आरती की गई। भगवान की स्नान यात्रा के बाद चली आ रही परंपरा के अनुसार मिट्टी के घट श्रृद्धालुओं को लुटाए गए।

यह भी पढ़ें - हमीरपुर : बाढ़ से निपटने को मौदहा बांध निर्माण विभाग ने की तैयारी

घट लुटाने के कार्यक्रम के बाद बीमार पड़े भगवान को फिर से आसन में बैठाते हुए मंदिर के गर्भगृह के अंदर ले जाकर विराजमान कराया गया और मंदिर के पट 15 दिन तक के लिए बंद हो गए। भगवान के बीमार हो जाने के बाद अब श्रृद्धालुओं को 15 दिन तक उनके दर्शन प्राप्त नहीं होंगे। मंदिर के पुजारी ही मंदिर के अंदर प्रवेश कर बीमार पड़े भगवान की पूजा-अर्चना करेंगे।

15 दिन तक बीमार पड़े भगवान सफेद वस्त्रों में ही रहेंगे। अमावस्या के दिन भगवान को पथ प्रसाद लगेगा और इसके बाद अगले दिन भगवान की धूप-कपूर झांकी के रूप में जाली लगे पर्दे से श्रृद्धालुओं को दर्शन प्राप्त होंगे तथा दोज तिथि से भगवान की रथयात्रा शुरू हो जाएगी।

जिसे पन्ना में उड़ीसा की तर्ज व बुंदेली विवाह परंपरा उत्सव के रूप में मनाया जाता है। भगवान की स्नान यात्रा इस मुख्य कार्यक्रम के अलावा पन्ना के अन्य दो जगदीश स्वामी मंदिरों हिन्दूपथ मंदिर व नन्हा दिवाला मंदिर में श्रृद्धापूर्वक भगवान की स्नान यात्रा का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

यह भी पढ़ें - जेब में एक रुपया कैश के बिना भी प्राॅपर्टी की रजिस्ट्री सम्भव

What's Your Reaction?

Like Like 1
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 1