बीजेपी के संगठन मंत्री के दबाव में महिलाओं को डकैत और बेटे को गांजा तस्कर बनाया
बांदा शहर के अलीगंज मोहल्ले में रहने वाले एक परिवार का राजस्थान में भाजपा के संगठन मंत्री ने जीना हराम कर दिया है। उसने सत्ता पक्ष..
बांदा शहर के अलीगंज मोहल्ले में रहने वाले एक परिवार का राजस्थान में भाजपा के संगठन मंत्री ने जीना हराम कर दिया है। उसने सत्ता पक्ष और पद का दुरुपयोग करते हुए विधवा महिला उसकी बहू और बेटों पर तमाम फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिए, यहां तक की महिलाओं व बेटों को डकैत बना दिया गया और एक बेटे को गांजा तस्कर बना दिया तथा दूसरे को छेड़खानी के मुकदमे में फंसा दिया। सत्ता पक्ष के दबाव में इस महिला को कहीं कोई न्याय नहीं मिल रहा है। जिससे परेशान होकर महिला ने आत्महत्या करने की चेतावनी तक दे डाली है।
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पूरा मामला मकान के विवाद को लेकर है। अलीगंज में रामलीला मैदान के समीप रहने वाली प्रभा त्रिपाठी पत्नी स्व. रविकरण त्रिपाठी ने बताया मेरे पति के भाई स्वर्गीय बृजमोहन पाठक के पुत्र लोकेश त्रिपाठी व लोकेश त्रिपाठी के मौसी के लड़के राजस्थान के संगठन मंत्री चंद्रशेखर तिवारी द्वारा सत्ता का दुरुपयोग कर लगातार कई फर्जी मुकदमे दर्ज करा कर मकान खाली कराने की धमकी दी जा रही है।
उसने बताया कि मेरे दोनों बेटों, बहू मनीषा त्रिपाठी,परिवार के ही प्रतिपाल ब्रजेश, बिज्जू, रमा त्रिपाठी रिंकी आदि के ऊपर फर्जी डकैती का मुकदमा कोतवाली नगर में दर्ज कराया गया और बड़े बेटे शैलेंद्र त्रिपाठी के ऊपर फर्जी गांजा व्यापार करने का मुकदमा लगाया जबकि घटना वाले दिन शैलेंद्र त्रिपाठी परिवार में एक मौत हो जाने पर सारा दिन पोस्टमार्टम हाउस में रहा। इसी तरह छोटे बेटे नागेन्द्र त्रिपाठी जो रोडवेज में परिचालक है।
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उसके खिलाफ फर्जी छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करा कर महोबा स्थानांतरण कर दिया गया। इतना ही नहीं लोकेश त्रिपाठी व उसकी पत्नी ने घर के पास झाड़ियों में आग लगा दी, मना करने पर मुझे और मेरे बेटे को जमकर पीटा गया और उल्टा हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले को लेकर मेरे बेटे ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर लोकेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश है हुए लेकिन पुलिस ने आज तक कोई कार्यवाही नहीं की।
पीड़िता ने बताया कि लोकेश त्रिपाठी अपने मौसी के लड़के चंद्रशेखर तिवारी की मदद से हमारे हमारे मकान में कब्जा करना चाहता है, इसीलिए हमें फर्जी मुकदमों में फंसा कर प्रताड़ित किया जा रहा है। सत्ता पक्ष के दबाव में पुलिस प्रशासन हमारी कोई बात नहीं सुन रहा है। अगर हमारे ऊपर इसी तरह अत्याचार होते रहे और हमें न्याय नहीं मिला तो मजबूरन मुझे आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ सकता है। इसी तरह पीड़िता की बहू ने आरोप लगाया है मेरे पति को और परिवार को लगातार फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है। मेरे पति को गांजा की तस्करी में फंसाया गया था, निर्दाेष होने के सारे सबूत हमने दिए थे। उसके एक एक साल बाद आज उसे पुलिस ने जेल भेज दिया।
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