महिला के पेट से बच्चे की जगह निकला तीन किलो का ट्यूमर
रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बाँदा के गायनी डिपार्टमेंट से एक बार फिर हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है...
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बाँदा। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बाँदा के गायनी डिपार्टमेंट से एक बार फिर हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।
बाँदा के मेडिकल कॉलेज में कुशल और अनुभवी डाक्टरों के आ जाने से पिछले कुछ वर्षों से लगातार एक के बाद एक ऐसे आपरेशन हो रहे हैं जिसे देख कर हर कोई हैरत में है, इसी कड़ी में गायनी डिपार्टमेंट में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर डाक्टर नीलम सिंह एम एस गायनी (गोल्ड मेडलिस्ट) ने एक महिला की सफल सर्जरी करके उसके पेट से तीन किलो का ट्यूमर निकाल कर सबको हैरत में डाल दिया है ।
इस सफल आपरेशन की सबसे विशेष बात ये है कि डाक्टर नीलम सिंह ने महिला की बच्चेदानी को बड़ी कुशलता से बचा लिया ताकि महिला को भविष्य में माँ बनने में कोई समस्या न हो।
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खबर के मुताबिक बाँदा के मुरवाँ गांव की रहने वाली 36 वर्षीय छोटिया पत्नी राजू को पिछले कई महीनों से पेट मे गांठ थी, शुरू में तो बच्चे की संभावना थी लेकिन जब जांचें कराई तो बच्चेदानी से चिपकी हुई गांठ की पुष्टि हुई, छोटिया के पति राजू ने बताया कि कई जगह उपचार कराया लेकिन कहीं आराम नहीं मिला, राजू गरीब मजदूर है इस लिए वो पत्नी को कहीं दूसरे शहर नहीं ले जा सका कई महीने परेशान होने के बाद राजू को किसी ने डाक्टर नीलम सिंह के बारे में बताया तब राजू पत्नी को डाक्टर नीलम सिंह के वास ले गया नीलम सिंह ने छोटिया की जांचें कराईं और आपरेशन कराने को कहा मरीज के सहमति के बाद मंगलवार को डाक्टर नीलम सिंह और उनकी टीम ने लगभग एक घण्टे की मेहनत के बाद छोटिया का सफल आपरेशन करके उसके पेट से तीन किलो का ट्यूमर निकाल दिया।
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डाक्टर नीलम सिंह ने बताया कि छोटिया को ये बीमारी लगभग दो वर्षों से रही होगी शुरू में मरीज को पता ही नहीं चला, पिछले छ सात महीनों से जब उसके पेट मे दर्द शुरू हुआ तब उसने डाक्टरों को दिखाना शुरू किया उसमे भी वो इधर उधर भटकती रही जिससे उसकी बीमारी बढ़ गई।
इस बीमारी के बारे में डाक्टर नीलम सिंह ने बताया की ये बीमारी कई कारणों से हो सकती है, लेकिन ज्यादातर हार्मोनल डिसबैलेंस वाली बीमारियों के कारण ज्यादा सम्भवना रहती है छोटिया को भी थायरायड काफी बढ़ा हुआ था।
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इस सफल आपरेशन के लिए कॉलेज के प्रधानाचार्य डाक्टर एस के कौशल, और गायनी डिपार्टमेंट की एच ओ डी डाक्टर अमिता यादव ने डाक्टर नीलम और उनकी टीम को बधाई दी है।
इस ऑपरेशन में डाक्टर नीलम सिंह के साथ डाक्टर नीलिया एस आर, डाक्टर मुकेश, एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट से डाक्टर सुशील पटेल, ओटी स्टाफ से आरती, ज्योति, आदि शामिल रही।
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