चित्रकूट के पर्यटन विकास को नई उड़ान देगा यह एयरपोर्ट, योगी सरकार जल्द शुरू करेगी विमानों की सेवा

आदितीर्थ के रूप में विख्यात भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट की देवांगना पहाड़ी के ऊपर 1132 करोड़ की लागत से देश...

चित्रकूट के पर्यटन विकास को नई उड़ान देगा यह एयरपोर्ट, योगी सरकार जल्द शुरू करेगी विमानों की सेवा

आदितीर्थ के रूप में विख्यात भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट की देवांगना पहाड़ी के ऊपर 1132 करोड़ की लागत से देश का सबसे खूबसूरत ‘टेबल टॉप’ एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है। सरकार के इस ड्रीम प्रॉजेक्ट के शुरू होते ही चित्रकूट के पर्यटन विकास को नई उड़ान मिलेगी। सूबे की योगी सरकार जल्द ही 19 सीटर विमानों की उड़ान शुरू कर चित्रकूट को हवाई सेवा की सौगात देगी।

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उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच विंध्य पर्वत श्रृंखला में स्थित विश्व प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ चित्रकूट का धार्मिक, आध्यात्मिक और पौराणिक दृष्टिकोण से समूची दुनिया में विशेष महत्व है। इसी पावन धारा पर भगवान श्रीराम ने वनवास काल का सर्वाधिक साढ़े 11 साल का समय व्यतीत किया था। प्रभु श्रीराम ने चित्रकूट गिरि को कामदगिरि (मनोकामनाओं के पूरक) होने का वरदान दिया था। तभी से लाखों-करोड़ों श्रद्धालु चित्रकूट आकर मां मन्दाकिनी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए कामदगिरि पर्वत की पंचकोसीय परिक्रम लगाते हैं।

  • विश्व प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ के रूप में विख्यात है चित्रकूट

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भगवान राम से जुड़ा प्रमुख तीर्थ होने की वजह से केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार का मुख्य फोकस चित्रकूट के पर्यटन विकास पर है। देश के प्रमुख महानगरों से कनेक्टविटी बढ़ाने के लिए सरकार ने 1132 करोड़ की लागत से हरे भरे जंगलो के बीच देवांगना पहाड़ी पर 1132 करोड़ की लगात से टेबल टॉप एयरपोर्ट का निर्माण कराया है। लगभग 260 एकड़ भूमि पर बन रहे चित्रकूट एयरपोर्ट पर 1475 मीटर लम्बा और 23 मीटर चौड़ा रनवे बनया जा रहा है।

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  • पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

चित्रकूट के जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने बताया कि भारतीय विमानन प्राधिकरण और राइट्स कम्पनी की ओर से संयुक्त रूप से चित्रकूट की देवांगना पहाड़ी पर देश के सबसे सुंदर ‘टेबल टॉप’ एयरपोर्ट का निर्माण कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि इस एयरपोर्ट के चालू होने के बाद चित्रकूट के पर्यटन विकास को नए पंख लगेंगे। चित्रकूट देश के प्रमुख महानगरों से सड़क, रेल के बाद अब वायु मार्ग से भी जुड़ जाएगा।

उन्होंने बताया कि दो पहाड़ियों को जोड़कर बनाए जा रहे इस एयरपोर्ट में अब तक रनवे के विस्तारीकरण, टर्मिनल और एयर ट्रैफिक कंट्रोल भवन और कार पार्किंग का निर्माण कार्य 90 फीसदी पूरा हो चुका है। इस एयरपोर्ट में 350 सीटर विमान बड़ी आसानी से आ-जा सकेंगे। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती करीब एक दर्जन से अधिक जिलों के लोग इस एयरपोर्ट से लाभान्वित होंगे।

  • पौराणिक तीर्थ है चित्रकूट

धर्म नगरी के प्रमुख संत एवं कामतानाथ प्राचीन मुखार बिंद के प्रधान पुजारी भरत शरण दास महाराज एवं मत्गजेंद्र नाथ मंदिर के प्रधान पुजारी विपिन महाराज बताते है कि चित्रकूट से बड़ा विश्व में कोई दूसरा तीर्थ नहीं है। चित्रकूट में ही भगवान ब्रम्हा ने सृष्टि का प्रथम यज्ञ कर मत्गयेन्द्र नाथ से प्रथम शिव लिंग की स्थापना की थी। इसके अलावा वनवास काल में भगवान श्रीराम ने सर्वाधिक साढ़े 11 वर्ष चित्रकूट की पावन धरा पर व्यतीत किया था। इसीलिए प्रतिमाह लाखों श्रद्धालु चित्रकूट की मन्दाकिनी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए कामदगिरि पर्वत की पंचकोसीय परिक्रमा लगाते हैं।

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  • 19 सीटर विमानों की जल्द होगी शुरूआत-सांसद

बांदा-चित्रकूट सांसद आर के सिंह पटेल ने बताया कि मोदी और योगी सरकार चित्रकूट के पर्यटन विकास को संकल्पित है। बताया कि रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम अन्तर्गत यूपी के आठ शहरों के लिए जल्द ही सस्ती उड़ानें शुरू होंगी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इसके लिए गुरुग्राम की विमानन कंपनी को लाइसेंस दिया है। अब उड़ानों का शेड्यूल जारी होगा। कंपनी 19 सीटर विमान उड़ाएगी। केन्द्र सरकार की उड़ान योजना के अन्तर्गत इनका किराया आम आदमी को ध्यान में रखकर तय होगा।

रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के महाप्रबंधक अतुल्य अग्रवाल के मुताबिक एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कंपनी को भेजे स्वीकृतिपत्र अनुसार लखनऊ, प्रयागराज, आजमगढ़, चित्रकूट, वाराणसी, म्यूरपुर कोरबा, मुरादाबाद, श्रावस्ती के बीच उड़ानें शुरू होंगी। गाजियाबाद हिंडन एयरपोर्ट से एक उड़ान बठिंडा की होगी। कुल 15 नियमित उड़ानें छोटे-बड़े शहरों के बीच सम्पर्क का जरिया बनेंगी। आरसीएस योजना के अन्तर्गत छोटे शहरों को विमान सेवाओं से जोड़ने का लक्ष्य है।

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इन शहरों के बीच उड़ानें

  • चित्रकूट से प्रयागराज, प्रयागराज चित्रकूट
  • चित्रकूट से वाराणसी, वाराणसी से चित्रकूट
  • चित्रकूट से लखनऊ, लखनऊ से चित्रकूट
  • चित्रकूट से कानपुर, कानपुर से चित्रकूट

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