नव वर्ष 2022 की हुई खूनी शुरुआत, दबंगों ने दलित परिवार के घर पर घुसकर किया हमला
चित्रकूट- सदर कोतवाली क्षेत्र के सपहा गांव में दबंगों का कहर खूब देखने को मिला जहां पर दबंगों ने दलित परिवार के घर में घुसकर हमला किया..
चित्रकूट- सदर कोतवाली क्षेत्र के सपहा गांव में दबंगों का कहर खूब देखने को मिला जहां पर दबंगों ने दलित परिवार के घर में घुसकर हमला किया जिसमें एक युवक की मौके पर मौत हो गई वहीं दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। वहीं दबंगो ने महिला मजदूरों के साथ भी मारपीट की जिसमें एक महिला मजदूर का हाथ टूट गया है व दूसरी महिला मजदूर को गंभीर चोटें आई हैं व महिला बेहोश हो गई थी।
नववर्ष 2022 की शुरुआत खूनी वारदात से हो चुकी है जिसमें एक जनवरी 2022 को रात साढ़े नौ बजे जिला पंचायत सदस्य के सपहा स्थित घर में घुसकर लगभग दो दर्जन से ज्यादा दबंगो ने हमला कर दिया जिसमें दबंगो ने दलित परिवार के साथ घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की व लोगों को मारा पीटा जिसमें रामराज पुत्र हरीवा 37 की मौके पर ही मौत हो गई व अखिलेश पुत्र किशोर गंभीर रूप से घायल है व गंभीर चोटें आईं हैं जिसका जिला चिकित्सालय में हो रहा है।
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एक जनवरी 2022 को रात्रि मैं दबंग अजित पुत्र राजेन्द्र पटेल सपहा, सुधीर पुत्र धर्म राज सपहा, अरुण तिवारी पुत्र पप्पू सपहा, विनय पुत्र उदित नारायण लौधिया गांव, विजय बहादुर पुत्र पप्पू पटेल छिपनी तीन गाड़ी चार पहिया वाहन लगभग तीस लोग आए और जिला पंचायत सदस्य के घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की और युवकों को जमकर मारपीटा जिसमें युवक की मौत हो गई।
जिला पंचायत सदस्य के घर में घुसकर हमला इतना तेज किया गया कि वहीं पर रहने वाले को भी नहीं छोड़ा इस मारपीट में दबंगों ने महिला मजदूर पूजा उम्र 26 का हाथ तोड़ दिया वहीं महिला मजदूर सीमा उम्र 33 को गंभीर चोटे आयी है दबंगो ने घर के अंदर व बाहर खड़ी गाड़ियों बोलेरो, स्कार्पियो, जेसीबी, ट्रैक्टर व मोटर साइकिल क्षति ग्रस्त कर दिया है।
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सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि सदर कोतवाली क्षेत्र के सपहा गांव में दबंगो ने नव वर्ष की शुरुआत होते ही दलित परिवार के घर में घुसकर हमला करना और मौके पर ही युवक की मौत हो जाना व इतनी बड़ी वारदात होने के बावजूद दबंगो का घटना स्थल से फरार हो जाना कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करता है जबकि घटना स्थल से एक तरफ सदर कोतवाली तो दूसरी तरफ रगौली चौकी मौजूद है।
अब देखना यह है कि एक दलित जनप्रतिनिधि के घर में घुसकर हमला करने वाले दबंगों के ऊपर पुलिस प्रशासन क्या कार्यवाही करने का काम करती है क्या दलित परिवार को न्याय मिल पाएगा या फिर घर में घुसकर घटना को अंजाम देने वाले दबंगों को राजनीतिक संरक्षण दाताओं द्वारा बचाने का काम किया जाएगा यह एक बड़ा सवाल है।
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