एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत का रहस्य गहराया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से गुत्थी उलझी
जनपद बांदा में स्थित शहर के ज्योति नगर मोहल्ले में सोमवार को एक साथ 4 बच्चों को किसी जहरीले कीड़े सांप या विषखापर काट लिया था...
जनपद बांदा में स्थित शहर के ज्योति नगर मोहल्ले में सोमवार को एक साथ 4 बच्चों को किसी जहरीले कीड़े सांप या विषखापर काट लिया था। इनमें तीन बच्चों की मौत हो गई, लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ कि बच्चों की मौत किसी जहरीले कीड़े के काटने से नहीं हुई तो तीनों बच्चों की मौत की गुत्थी उलझ गई। अगर इन बच्चों की मौत किसी जहरीले कीड़े के काटने से नहीं हुई तो फिर इनकी एक साथ मौत का कारण क्या है। इसके लिए प्रशासन माथापच्ची करने में जुटा है लेकिन अभी तक किसी नतीजे में नहीं पहुंचा है फिलहाल इस गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने बिसरा सुरक्षित कर लिया है।
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सोमवार को शहर के ज्योति नगर में कामता राजपूत के 4 बच्चों को सर्प ने काट लिया था। इनमें रक्षा, दीक्षा और अमन की मौत हो गई थी जबकि रचना मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। पिता ने पुलिस को बताया था कि चारों बच्चे एक ही बेड में सो रहे थे, तभी उन्हें किसी जहरीले सांप ने काट लिया था। इनमें से एक बच्चे ने मुझे सवेरे 5 बजे जगाया था। जब मैंने बेड पर जाकर देखा तीन बच्चे बेहोशी हालत में थे। जिनकी एक एक करके हम मौत हो गई। पुलिस ने भी सर्पदंश मानकर बच्चों का इलाज शुरू कराया था। लेकिन मंगलवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट चौंकाने वाली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चों के शरीर पर कहीं कोई खरोंच या कटे का निशान नहीं पाया गया। अगर सर्पदंश से उनकी मौत हुई होती, तो कहीं ना कहीं सर्प के काटने के निशान होते।
इस मामले में कोतवाली नगर प्रभारी राजेंद्र सिंह राजावत का कहना है कि मृत बच्चों के पिता ने जहरीला कीड़ा काटने से मौत की वजह बताई थी। इसी आधार को मान कर जांच शुरू की गई थी। वही मोहल्ले के लोग बच्चों की एक साथ मौत को जहरीला पदार्थ खाने से होना बता रहे हैं। लेकिन कोई भी इस पर खुलकर कुछ नहीं बता पा रहा है। पुलिस का भी मानना है कि सर्पदंश से हुई मौत का कारण जानते हुए अन्य पहलुओं पर जांच नहीं की गई थी, न ही खाने आदि का कोई नमूना लिया गया, फिलहाल बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है। बिसरा की जांच के बाद मौत की असली वजह सामने आएगी।
इधर जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विनीत सचान का मानना है कि सांप या अन्य जहरीला कीड़ा काटने से अधिकांश मौतें डर या दहशत की वजह से होती है। इसका कारण है कि जब उन्हें पता चलता है कि सर्प या विषखापर ने काट लिया है तो शरीर में एडलीन हार्मोन सक्रिय हो जाता है और घबराहट के साथ धड़कन बढ़ जाती है। जिससे दिल का दौरा पड़ने से मौत हो जाती है। उन्होंने यह भी दावा किया कि विष खापर के दांत नहीं होते न ही वह काटता है उसकी स्किन में जहर होता है। हायर सेंटर में खून के नमूने की जांच के बाद ही मौत की असली वजह स्पष्ट हो सकती है।
तीनों बच्चों की मौत सांप या विष खापर के काटने से हुई या जहरीला पदार्थ खाने से, अभी इस पर कोई नतीजा सामने नहीं आया है अब विसरा रिपोर्ट की जांच के बाद ही मौत की असली वजह पता चलेगी लेकिन इसके लिए छह माह इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि विसरा की जांच में करीब 6 माह लग जाते हैं। इसे जांच के लिए लखनऊ स्थित फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री भेजने की तैयारी है। इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि बच्चों की विसरा जांच रिपोर्ट जल्दी मंगाने का प्रयास किया जाएगा। मौत का रहस्य खोलने के लिए विवेचक हर बिंदु पर जांच करेंगे।
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