बांदा नगर पालिका अध्यक्ष मोहन साहू के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार सीज
जनपद मुख्यालय में स्थित नगर पालिका परिषद बांदा के अध्यक्ष मोहन साहू पर तमाम भ्रष्टाचार के आरोपो में कार्यवाही करते हुए अपर मुख्य..
- अध्यक्ष ने लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया
जनपद मुख्यालय में स्थित नगर पालिका परिषद बांदा के अध्यक्ष मोहन साहू पर तमाम भ्रष्टाचार के आरोपो में कार्यवाही करते हुए अपर मुख्य सचिव के द्वारा उनके वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
अपर मुख्य सचिव द्वारा दिए गए आदेश में कहा गया है कि जब तक निर्गत कारण बताओ नोटिस से अध्यक्ष को विमुक्त नहीं कर दिया जाता तब तक वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियां के प्रयोग पर प्रतिबंध रहेगा और ऐसी स्थिति में कार्यों का निष्पादन और निर्वहन जिला मजिस्ट्रेट द्वारा या उसके द्वारा नामित किसी अधिकारी जो कलेक्टर से निम्न पंक्ति का न हो, के द्वारा किया जाएगा।
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इस बारे में नगर पालिका अध्यक्ष मोहन साहू ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया है कि फाइल टेंडर होने के पूर्व संबंधित क्लर्क द्वारा पूर्ण की जाती है एवं अधिशासी अधिकारी टेक्निकल कमियों के बारे में जानकारी रखते हैं एवं उनके द्वारा ही अग्रिम कार्रवाई हेतु प्रेषित की जाती है उक्त में इन्होंने करो रुपए का घोटाले की जो बात की है वह सरासर गलत है क्योंकि उससे अधिक पैसा नया टेंडर होने के बाद मजदूरों को दिया जा रहा है।
शांति नगर मोहल्ले में प्रकाश व्यवस्था के लिए लाइटें पालिका ईओ संतोष मिश्रा द्वारा निवेदन करने के उपरांत और उसके पूर्व सभासदों के निवेदन पर लाइटें खरीदी गई थी जिनका रेट पीडब्ल्यूडी शेड्यूल से कम था।
नाला गैंग पर खर्च पर भ्रष्टाचार का आरोप जो लगाया गया है उस पर पूर्व के बोर्ड द्वारा 90 लाख से एक करोड़ के बीच का भुगतान किया जाता था जबकि हमारे द्वारा पहली बार 6800000 वित्तीय बार 28 लाख और तृतीय बार 32 लाख का नाला गैंग पर मात्र भुगतान किया गया है। बताते चलें कि बादा में अतर्रा और बांदा दो नगर पालिका परिषद है।नगर पालिका परिषद अतर्रा के अध्यक्ष के वित्तीय अधिकार पहले ही सीज किए जा चुके हैं।
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