महोबा की मांग- बंद हो जेएनयू, जो नहीं शिक्षा संस्थान, है गैर सामाजिक अड्डा

जहाँ पूरा देश मे शीत लहर चल रही है, आगे बर्फीले तूफानों की आंशका भी है वहीं दिल्ली की केंद्र सरकार से 100 प्रतिशत...

महोबा की मांग- बंद हो जेएनयू, जो नहीं शिक्षा संस्थान, है गैर सामाजिक अड्डा

जहाँ पूरा देश मे शीत लहर चल रही है, आगे बर्फीले तूफानों की आंशका भी है वहीं दिल्ली की केंद्र सरकार से 100 प्रतिशत की वित्तीय सहायता प्राप्त यूनिवर्सिटी में देश व समाज को एक आग में झोंकने की कोशिश की जा रही है, घटनाक्रम के अनुसार हिंदुस्तान में चर्चामय जेएनयू मुद्दे पर महोबा जिले में विभिन्न सामाजिक संगठन के द्वारा संगठित होकर आज सुबह सुबह जिलाधिकारी को महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया, एवं उनके द्वारा बताया गया कि इस प्रकार के सामाजिक मुद्दों पर भड़काऊ बयान देने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही केंद्र सरकार द्वारा अमल में लाई जाए । 

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जानकारी के अनुसार जेएनयू राष्ट्रीय वित्त पोषित सहायता प्राप्त यूनिवर्सिटी जो कि हमेशा से गैर सामाजिक, विवादास्पद बयानबाजी को लेकर लगातार चर्चाओं में रही है । पुनः उनके द्वारा की किए जा रहे कृत्य जिनकी बार-बार पुनरावृत्ति होती रहती है, जिसको सामाजिक संगठनों सामाजिक हित के व्यक्तियों के द्वारा किसी भी प्रकार से ध्यान न देते हुए सदैव दरकिनार किया गया।, जिन मुद्दों पर केंद्र सरकार द्वारा भी कोई कठोर कार्रवाई अभी तक अमल में लाने का कोई संज्ञान नहीं मिला, जिन कारणों से वर्तमान में कुछ दिनों पहले ही जेएनयू के कुछ कथित छात्रों फ्री की सहायता प्राप्त असामाजिक तत्व उम्र दराज बुजुर्गों के रूप में शिक्षा प्राप्त कर रहे समलैंगिक एवं अन्य समाज विरोधी लोगों के द्वारा उल जलूल बयानबाजी से प्रचार की अभिलाषा के तहत हिंदू समाज के विशेष वर्ग ब्राह्मण, बनियों, क्षत्रियों पर गैर जिम्मेदाराना बयान बाजी एवं जेएनयू यूनिवर्सिटी केंपस की दीवारों पर पेंटिंग आदि की गई जिसका महोबा जिले के ब्राह्मण संगठनों ने कड़े शब्दों में विरोध जताते हुए जिलाधिकारी मनोज कुमार से ज्ञापन के माध्यम से मुलाकात की एवं उक्त घटनाक्रम पर रोष जताते हुए देश के राष्ट्रपति को संबोधित पत्र दिया। 

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जिससे राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र सरकार के द्वारा ऐसे असामाजिक आतंकी विचारधारा के व्यक्तियों, छात्रों, संगठनों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जा सके। अन्यथा की स्थिति में महोबा जिले के सभी सामाजिक संगठन व ब्राह्मण संगठन एक बड़े वृहद आंदोलन का आहवाहन करेंगे, जिले के भीतर पैदल मार्च, जिले से राज्य तक ,राज्य से दिल्ली तक एवं दिल्ली में जेएनयू, राष्ट्रपति भवन तक यात्रा निकालेंगे। ब्राह्मण संगठन द्वारा अपने पत्र के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय को संबोधित करते हुए देश की आजादी के बाद से समाज के मुख्य वर्गों के खिलाफ किए जा रहे षणयंत्रो का संज्ञान लेने की बात की गई एवं ऐसे असामाजिक बयानबाजी को बंद करवाने, व कार्यवाही अमल में लाने जल्द से जल्द जेएनयू में हो रही गैर सामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने की बात की गई। अन्यथा की स्थिति में देश में एक नया आंदोलन होगा जिसकी रूपरेखा महोबा जिले में तैयार कर ली गई है।

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आज के ज्ञापन में जिले के ब्राह्मणों एवं अन्य संगठन के सदस्यों के साथ वकीलों पत्रकारों की बड़ी भूमिका रही। जिन्होंने बड़ी संख्या में कलेक्टर प्रांगण में एकत्र होकर देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री ,समस्त राज्य व केंद्र शासित राज्य, राज्य राज्यपालों एवं उत्तर प्रदेश विशेषकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रतिलिपि रूप में ज्ञापन की मूल प्रति जिलाधिकारी महोबा के माध्यम से सौंपी। जिससे आगे कभी भी कहीं भी किसी भी असामाजिक तत्व के द्वारा कोई भी बयान बाजी न की जा सके अन्यथा परिणाम गंभीर होंगे ।

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