झाँसी : अवैध बिल्डिंगों में चल रही अवैध कोचिंग संचालकों ने कब्जाई पार्किंग हेतु सड़क
हर माँ-बाप अपने बच्चों को शिक्षा देने के उद्देश्य से कोचिंग क्लास पढ़ने तो भेज देते हैं लेकिन उन्हें...
हर माँ-बाप अपने बच्चों को शिक्षा देने के उद्देश्य से कोचिंग क्लास पढ़ने तो भेज देते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि वह कोचिंग वैध है भी या नहीं, जिस बिल्डिंग में कोचिंग चल रही है वह बिल्डिंग वैध या झाँसी विकास प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित है भी या नहीं? उस बिल्डिंग में चल रही कोचिंग के पास नगर निगम, फायर एवं पास पड़ोस का अनापत्ति प्रमाण पत्र है भी या नहीं ? उस कोचिंग में आपात निकास (इमरजेंसी एग्जिट ) है भी या नहीं ?
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यह तो कोचिंग क्लासेस में चल रही कमियों के साथ आपको बता दें कि अब इन अवैध बिल्डिंग्स में जिनका जिनका नक्शा तो झाँसी विकास प्राधिकरण से बेसमेंट में पार्किंग का लिया गया किन्तु बेसमेंट में भी दुकानें एवं ऑफिस बनाकर बेचने के बाद वाहन पार्किंग मुख्य सड़क पर अतिक्रमण कर करवाई जा रही, जिसके लिए कोचिंग संचालक द्वारा नगर निगम को गार्ड उपलब्ध कराने वाली एजेंसी द्वारा गार्ड को भी बैठाया जा रहा I
साथ ही रेलवे से संबंधित बिल्डिंग मालिक का कहना है (फोन कॉल पर) कि नगर निगम द्वारा सड़क के किनारे बनाई गई वाहन पार्किंग पर खोमचे और हाथ ठेले वालों ने कब्जा कर रखा है इसलिए सड़क पर वाहनों को खड़ा करवाना पड़ता है, लेकिन बिल्डिंग में पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है यह स्वीकार नहीं कर पा रहे I
वहीँ एक कोचिंग सेण्टर के संचालक का कहना है (फोन कॉल पर) कि जो वाहन सड़क पर खड़े होते हैं उनमे से एक बार किसी छात्र का वाहन चोरी हो जाने के बाद हमने नगर निगम के ठेकेदार से एक गार्ड को लेकर वाहन तैनात कर दिया है जिसकी तनख्वाह हम नगर निगम के ठेकेदार को देते हैं I
शायद इसी वजह से सड़क पर अतिक्रमण कर रहे वाहनों को हटाने को न तो नगर निगम जहमत उठाता है और न ही अतिक्रमण विरोधी दस्ता और न ही ट्रैफिक विभाग I
बुंदेलखंड न्यूज़ का कहना यह नहीं कि सड़कों पर अतिक्रमण फैला रहे वाहनों को हटाया जाये किन्तु अगर मुख्य मार्ग से इन अतिक्रमण फैला रहे वाहनों को हटा दिया जाये तो सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को अवश्य बचाया जा सकता है I
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