बाँदा में गर्मी का कहर जारी, सूरज की तपिश से तापमान 47 डिग्री सेल्सियस से पार
जनपद बांदा में आसमान से बरसती आग ने गर्मी का पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मई के महीने में तापमान..
- सूरज की बढ़ती तपिश से तापमान में लगातार उछाल, पारा 47 डिग्री सेल्सियस से हुआ पार
जनपद बांदा में आसमान से बरसती आग ने गर्मी का पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मई के महीने में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। पिछले महीने भी तापमान 48 डिग्री पहुंच गया था। लगातार तापमान बढ़ने से हीट स्ट्रोक और डायरिया के मरीजों में लगातार इजाफा हो रहा है। प्रचंड गर्मी के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। दुकानों से ग्राहक नदारद है।
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बुंदेलखंड में बड़ी संख्या में पहाड़ होने के कारण हर साल प्रचंड गर्मी पड़ती है लेकिन इस साल अप्रैल और मई में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। पिछले माह 29 अप्रैल को 47. 7 और 30 अप्रैल को 48 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया था। इसके बाद तापमान धीरे धीरे कम होने लगा परंतु इधर एक सप्ताह से तापमान 45- 46 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। जिससे लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही है।
इधर शुक्रवार को मौसम के तेवर और तल्ख हो गए। सुबह से ही सूर्य की तपिश से तापमान का पारा चढ़ता गया और दोपहर 2 बजे तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। तापमान बढ़ने के कारण शरीर को झुलसा देने वाली गर्म हवाएं चलती रही। जिससे बचने के लिए लोग सिर में अंगोछा, कैप या छाता का सहारा लेकर घर से निकले।
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दोपहर बाद सड़कों में सन्नाटा छा गया। बाजारों में दुकाने की खुली रही लेकिन ग्राहक नदारद रहे। इस बारे में कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ दिनेश साहा ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर 1.30 बजे तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया था।
उन्होंने तापमान बढ़ने का कारण उत्तर पश्चिम हवा को बताया। उन्होंने कहा कि इस समय हवा की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा है। उनके मुताबिक पूर्वी विक्षोभ के कारण हवा में नमी समाप्त हो गई है। जिससे अभी फिलहाल गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इस दौरान अगर बूंदाबांदी हुई,तभी राहत मिल सकती है।
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