मरीजों के लिए अच्छी खबर, रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में न्यूरो सर्जरी शुरू
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट धाम मंडल मुख्यालय बांदा में मेडिकल कॉलेज तो बन गया था। लेकिन सुविधाओं के अभाव में मरीजों को..
बांदा,
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट धाम मंडल मुख्यालय बांदा में मेडिकल कॉलेज तो बन गया था। लेकिन सुविधाओं के अभाव में मरीजों को अभी भी इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता था। अब इस क्षेत्र के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। अब यहां न्यूरो सर्जन की नियुक्ति हो गई है। न्यूरो सर्जन डॉ अरविंद झा ने 2 साल के बच्चे के दिमाग का आपरेशन करके इस जनपद में पहली सर्जरी की। इस सफल ऑपरेशन के बाद क्षेत्र के आम लोगों को न्यूरो से संबंधित इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
बुंदेलखंड के बांदा जनपद में अब तक कोई भी न्यूरो सर्जन नहीं था। न्यूरो से सम्बंधित मरीजों को दूसरे जनपदों में उपचार के लिए जाना पड़ता था। जिससे अक्सर मरीजों की मौत भी हो जाती थी। पिछले कुछ समय से बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में स्पेसलिस्ट सुपर स्पेसलिस्ट डॉक्टरों की पोस्टिंग हो रही है। जिससे मरीजों को जनपद में ही सारी सुविधाएं मिल रही हैं और मरीजों को दूसरे जनपदों में भटकना नहीं पड़ रहा है।
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बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में अप्रैल माह में न्यूरो सर्जन डाक्टर अरविंद झा की नियुक्ति हो गई थी। तब से वह लगातार मरीजों का उपचार कर रहे थे। ऑपरेशन थिएटर में कुछ तकनीकी कमियों की वजह से अब तक ऑपरेशन बंद थे। उन तकनीकी कमियों को दुरुस्त करने के बाद 17 जून शुक्रवार को न्यूरो सर्जन अरविंद झा और उनकी टीम ने एक दो वर्ष के बच्चे के ब्रेन की सफल सर्जरी की। रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में इस तरह की यह पहली न्यूरो सर्जरी है ।
इस बारे में डा.अरविंद झा ने बताया कि उनके पास बांदा के मोहन पुरवा निवासी अजीज अपने दो वर्ष के बच्चे अनस को ले कर आये थे। जांच कराने के बाद पता चला कि बच्चे को दिमाग की टीबी है और उसके दिमाग मे पानी भर गया है। पानी के दबाव के कारण बच्चे को काफी दिक्कत थी। मरीज के परिजनों को ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई तो वो तैयार हो गए और शुक्रवार को उस बच्चे का रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में सफल ऑपरेशन कर दिया गया। डा. झा ने बताया कि इस तरह के ऑपरेशन में किसी भी बड़े शहर के प्राइवेट अस्पताल में 70-80 हज़ार रुपये खर्च हो जाते है, लेकिन हमारे यहां किसी तरह का कोई खर्च नहीं हुआ।
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सवा घण्टे चले इस ऑपरेशन में न्यूरो सर्जन डाक्टर अरविंद झा के साथ डाक्टर सुशील पटेल एनेस्थीसिया, डाक्टर अखलेन्द्र एनेस्थीसिया, डाक्टर आदर्श एनेस्थीसिया, डाक्टर शिवम, ओ टी स्टाफ नर्स सुषमा, ओ टी टेक्नीशियन आशीष, एवं शिवम आदि ने सहयोग किया। वही बच्चे के आपरेशन से खुश अजीज ने बताया कि वह काफी दिनों से अपने बच्चे का इलाज करा रहा है। प्राइवेट चिकिसकों से लेकर जिला अस्पताल तक वह सब कहीं गया। बच्चे के उपचार में उसकी पत्नी के जेवर बिक गए और खेत भी गिरवीं रख गए लेकिन बच्चा ठीक नहीं हुआ।
तब किसी ने उसे मेडिकल कालेज के डा. अरविंद झा के बारे में बताया। तब वह अपने बच्चे को लेकर मेडिकल कालेज आया और उसके बच्चे का सफल ऑपरेशन हो गया। अजीज ने मुक्त कंठ से डाक्टर की सराहना की। मेडिकल कालेज के प्रिंसपल मुकेश कुमार यादव ने इस सफल ऑपरेशन के लिए डाक्टर अरविंद झा और उनकी टीम को बधाई दी साथ ही आश्वासन दिया कि वो रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने की कोशिश में लगे हैं ताकि यहाँ के मरीजों को बाहर न भटकना पड़े ।
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