पत्रकारों के संघर्ष में चाहे मेरी जान चली जाए पर पीछे नहीं हटूंगा: डॉ बुद्धि प्रकाश अग्निहोत्री
जो पत्रकार सच्चाई की लड़ाई लड़ते हैं, अगर कोई उनका चरित्र हनन करने का प्रयास करता है। उनकी लड़ाई में मैं...
बांदा, जो पत्रकार सच्चाई की लड़ाई लड़ते हैं, अगर कोई उनका चरित्र हनन करने का प्रयास करता है। उनकी लड़ाई में मैं उसके साथ हूं। पत्रकारों के इस संघर्ष में भले ही मेरी जान चली जाए पर कभी पीछे नहीं हटूंगा। यह उद्गार बांदा प्रेस क्लब बांदा के तत्वाधान में रविवार को आयोजित कुटुंब मिलन एवं सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर बुद्धिप्रकाश अग्निहोत्री ने व्यक्त किए। इस कार्यक्रम में पत्रकारों की धर्म पत्नियों को सम्मानित भी किया गया।
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शहर के होटल सारंग में आयोजित कुटुंब मिलन एवं सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार डॉ. बुद्धि प्रकाश अग्निहोत्री ने अस्सी के दशक में बबेरू में शहीद हुए पत्रकार सुरेश चंद गुप्ता के हत्यारों को पकड़ने के लिए चलाए गए आंदोलन से जुड़े संस्मरण सुनाए। उन्होंने कहा कि स्व. सुरेश चंद गुप्ता मेरे अभिन्न मित्र थे। वह खोजी पत्रकारिता में विश्वास रखते थे। यही वजह है कि उनके पास तमाम भ्रष्टाचारियों की खबरें रहती थी। इन्हीं खबरों के कारण ही उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। लेकिन इस घटना के बाद भी हम जरा भी डिगे नहीं, आज भी किसी पत्रकार साथी की लड़ाई चाहे सरकार से या फिर पुलिस से हो, हम पीछे नहीं हटते हैं। आज भी ऐसे किसी भी साथी के लिए मर मिटने को तैयार हैं। जिन्हें सच्चाई पर कलम चलाने पर फंसाने का प्रयास किया जाता है। इसी कार्यक्रम में मौजूद शहीद पत्रकार सुरेश चंद गुप्ता की पत्नी श्रीमती राजेश्वरी देवी भी मौजूद रही। जिन्होंने प्रेस क्लब के पदाधिकारियों व सदस्यों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मेरे पति ने जीवित रहते जो संघर्ष किया और अपनी शहादत दी। उन्हें आज आप लोग याद कर रहे हैं। यह मेरे लिए गौरव की बात है।
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इसी तरह महोबा प्रेस क्लब के अध्यक्ष और विशिष्ट अतिथि इरफान पठान ने कहां की आज पत्रकार तमाम कठिनाइयों से गुजर रहे हैं। पत्रकारों के लिए कई संगठन काम कर रहे हैं, लेकिन बांदा प्रेस क्लब बांदा ने कुटुंब मिलन कार्यक्रम आयोजित करके एक अलग छाप छोड़ी है। उन्होंने सुझाव दिया कि पत्रकारों की लड़ाई लड़ने के लिए सभी को एक मंच पर आना चाहिए इसके लिए बुंदेलखंड स्तर का एक संगठन बनाना चाहिए। इसी तरह महोबा से आए वरिष्ठ पत्रकार भगवानदीन यादव ने कहां की पत्रकारिता वह समुद्र है जिसकी गहराई नापी नहीं जा सकती है। आज भी पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं लेकिन सच लिखने वाले डरने वाले नहीं हैं। दक्षिण भारत या उत्तर भारत हर जगह सच लिखने वाले कई पत्रकारों की हत्या हुई है। ऐसे में हमें अपने कर्तव्यों से विमुख नहीं होना चाहिए। उत्पीड़न करने वाली ताकतों का डटकर मुकाबला करना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान प्रेस क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल सिंह आवारा ने शहीद पत्रकार सुरेश चंद गुप्ता की संघर्ष यात्रा वर्णन करते हुए पत्रकारों से एकजुटता की अपील की। इनके अलावा क्लब के सदस्य अरविंद श्रीवास्तव, श्रीमती अंबे तिवारी निखिल सक्सेना, सुनील कुमार सक्सेना, कमल सिंह, अर्जुन मिश्रा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए पत्रकारों से एकजुट रहने की अपील की। कार्यक्रम में हिंदुस्तान समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ केके मिश्रा व समाजसेवी पत्रकार शालिनी पटेल विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।इसके पहले कार्यक्रम की शुरुआत नारद जी व सरस्वती जी के चित्र के पास दीप प्रज्वलन किया किया गया दीप प्रज्वलन मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों के द्वारा किया गया। इसी दौरान शहीद पत्रकार सुरेश चंद गुप्ता इस चित्र पर भी माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया।कार्यक्रम के अंत में प्रेस क्लब के सभी सदस्यों की धर्म पत्नियों को उपहार भेंट किए गए। साथ ही संगठन के पदाधिकारी व सदस्यों को प्रमाण पत्र के साथ अंग वस्त्र वितरित किए गए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रेस क्लब के अध्यक्ष दिनेश निगम दद्दा ने हाल के वर्षों में कुछ पत्रकारों के साथ घटी घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे संगठन उनकी मदद की आज भी संगठन उन सभी साथियों के साथ खड़ा है जो मुसीबत में हैं बीमार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जल्दी ही संगठन द्वारा प्रेस क्लब के सदस्यों का परिवार सहित बीमा कराएगा। उन्होंने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी सदस्यों को बधाई दी। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रेस क्लब के महामंत्री सचिन चतुर्वेदी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में श्याम जी निगम,प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष राजेंद्र खत्री, श्रीश पांडेय, हरिमोहन धुरिया, सुरेश साहू , सरोज त्रिपाठी रामजी यादव, प्रवीण कुमार द्विवेदी, विनय कुमार निगम ,उमेश श्रीवास्तव अभिषेक कुमार गंगेले, कु, मंजूषा देवी शर्मा ,अर्जुन मिश्रा, मयंक शुक्ला, इत्यादि मौजूद रहे।