हर हाल में जिला चिकित्सालय की विद्युत आपूर्ति बहाल की जाये : अनिल प्रधान
दो दिन पूर्व डायलिसिस वार्ड में एक युवक की मृत्यु होने की सूचना मिलने पर सोमवार को सदर विधायक अनिल प्रधान ने...
कहा कि व्यवस्थाएं दुरूस्त न होने पर सदन में उठाएंगे अस्पताल का मुद्दा
चित्रकूट। दो दिन पूर्व डायलिसिस वार्ड में एक युवक की मृत्यु होने की सूचना मिलने पर सोमवार को सदर विधायक अनिल प्रधान ने संयुक्त जिला चिकित्सालय में ओपीडी, डिलेली रूम, एक्सरे रूम एवं समस्त अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सदर विधायक ने संयुक्त जिला चिकित्सालय में मिली कमियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
सदर विधायक अनिल प्रधान के अस्पताल पहुंचने पर बताया गया कि पानी की कमी के कारण युवक की मृत्यु हुयी है। डायलिसिस गार्ड एवं जिला अस्पताल की लापरवाही के कारण ऐसी घटना घटी। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं मुख्य चिकित्साधिकारी दोनों को प्रकरण पर दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्यवाही करने को निर्देशित किया। साथ ही समस्त स्टाफ को निर्धारित समय पर अस्पताल आने की बात कही। संयुक्त जिला चिकित्सालय में लगभग डेढ माह से पानी की समस्या और एक सप्ताह से बिजली की समस्या बनी हुयी है। जिस कारण अस्पताल में ऑपरेशन एवं इलाज सम्बन्धी काफी समस्यायें आ रही हैं। सदर विधायक ने मुख्य अभियन्ता विद्युत बांदा एवं अधिशाषी अभियन्ता विद्युत बांदा को अवगत कराया। साथ ही निर्देशित किया कि हर हाल में संयुक्त जिला चिकित्सालय की विद्युत आपूर्ति बहाल की जाये। जिससे मरीजों, तीमारदारों एवं स्टाफ को इस समरया से निजात मिल सके।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि जो कर्मचारियों के अलावा जिला अस्पताल में दलाल किस्म के लोग घूमते रहते हैं, जो मरीजों एवं उनके परिजनों को भ्रमित कर प्राइवेट अस्पतालों में ले जाते हैं, ऐसे लोगों को चिन्हित कर पुलिस अधीक्षक को सूचित करें। जिला चिकित्सालय के पीछे वार्डों में गंदगी होने के कारण मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को फटकार लगायी। साथ ही अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका को फोन कर गंदगी हटवाने के लिये कहा। साथ ही पानी की समस्या को दूर करने के लिए सदर विधायक ने कहा कि बोरिंग मशीन मिलते ही स्वंय से इस समस्या से निजात दिलाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं में सुधार न होने पर वह अस्पताल का मुद्दा सदन में उठाएंगे।
सदर विधायक ने कहा कि भविष्य में कमी भी संयुक्त जिला चिकित्सालय में धन की जरूरत हो तो वह धन उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरायी हुयी है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री (स्वास्थ्य मंत्री) सदन में बडी-बडी बातें करते है। चित्रकूट के आकांक्षी जिला होने के बावजूद जिले की पूरी लचर व्यवस्था है। जहां पर संयुक्त जिला चिकित्सालय, मातृत्व एवं शिशु चिकित्सालय खोह 200 बेड का अस्पताल है, उसमें डॉक्टरों की भारी कमी है।