चित्रकूट : पोकलैंड ने टीला हटाने के बाद मलबा नदी के बाहर निकाला तो लग गया पहाड़

मन्दाकिनी नदी के बीच में बना टीला मंगलवार को पूरी तरह हट गया...

चित्रकूट : पोकलैंड ने टीला हटाने के बाद मलबा नदी के बाहर निकाला तो लग गया पहाड़

अब किनारे -किनारे खुदाई और सफाई का चलेगा दौर, कई विलुप्त जलस्रोत खुलने की उम्मीद

चित्रकूट। मन्दाकिनी नदी के बीच में बना टीला मंगलवार को पूरी तरह हट गया । साथ ही नदी की गहराई बढ़ाकर पोकलैंड मशीन ने मलबा नदी के बाहर किया तो पहाड लग गया । अब नयागांव रपटा से नदी के किनारे -किनारे पोकलैंड सिल्ट निकालने का काम करेगी। इस अभियान के बाद कई विलुप्त जलस्रोत खुलने की भी उम्मीद है ।

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बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि नयागांव रपटा के नजदीक नदी में विशाल टीला पिछले कई वर्षों से बना था । टीला न केवल नदी के बहाव में बाधक था बल्कि गंदगी और सिल्ट बढ़ाने की वजह बन गया था। जिलाधिकारी के निर्देश पर सिंचाई विभाग ने पोकलैंड मशीन से टीले को हटाने की कवायद शुरु की। तीन दिन में टीले को समाप्त तो कर ही दिया गया, साथ ही लगभग 50 मीटर लम्बाई तक नदी को एक से डेढ़ मीटर गहरा कर दिया गया। यहां उथली नदी होने की वजह से चोई और गंदगी का अम्बार लग जाता था l अब इस पन्नालाल घाट में दीपावली पर श्रद्धालु स्वच्छ नदी में डुबकी लगाएंगे। मंगलवार को नदी से पूरा मलबा निकालकर ऊपर फेंक दिया गया l सैकड़ों टैक्टर इस मलबे और सिल्ट के निकलने से यहां नदी की सुंदरता में चार चांद लग गए हैं । पहले गूगल मैप से नदी देखने पर टीला एक बदनुमा दाग़ जैसा लगता था, लेकिन अब नदी यहां अविरल नजर आएगी l बुधवार से  नदी किनारे -किनारे बूडे हनुमानजी तक जहां तक पोकलैंड पहुंचेगी सिल्ट निकालने का अभियान चलेगा। किनारों की सिल्ट निकलने से नए स्रोत खुलने की भी उम्मीद है। सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता आशुतोष कुमार ने पहुंचकर दिशानिर्देश दिए। मौके पर एई गुरु प्रसाद समेंत विभागीय लोग मौजूद रहे l

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