बाँदा : मंदिरों में माथा टेक कर पहले दिन की शुरुआत की
नए वर्ष के स्वागत में आधी रात को कहीं केक काटकर तो कहीं गीत गाकर 2021 का स्वागत..
नए वर्ष के स्वागत में आधी रात को कहीं केक काटकर तो कहीं गीत गाकर 2021 का स्वागत किया गया तो वही आज मंदिरों में माथा टेक कर नए साल के पहले दिन के कार्य की शुरुआत की गई, इसलिए मंदिरों में सुबह से भारी भीड़ रही।
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शहर के प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर में सवेरे से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा है।
बड़ी संख्या में लोगों ने हनुमान लला को प्रसाद चढ़ाकर नए साल के पहले दिन के कार्य की शुरुआत की। इसी तरह महेश्वरी देवी मंदिर और बाबूलाल चैराहा स्थित काली देवी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
वही मंदिरों के बाहर फूल विक्रेताओं की चांदी रही, यहां नए साल की बधाई देने के लिए लोगों ने गुलाब के फूल खरीदें और फूल देकर लोगों को नए वर्ष की बधाई दी. इसके पहले घड़ी की सुई जैसे ही गुरुवार की रात 12 पर पहुंची, वैसे ही हर तरफ हैप्पी न्यू ईयर की गूंज सुनाई पड़ने लगी। बच्चे से लेकर बड़े तक एक-दूसरे को नए साल की बधाई देने लगे। कहीं केक काटकर तो कहीं गीत गाकर साल 2021 का स्वागत किया गया।
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फिल्मी गीतों की धुन पर बच्चे ही नहीं बड़े भी थिरक उठे। खूब धूम धड़ाके के बीच जश्न देर रात तक चलता रहा। इस दौरान युवाओं ने आतिशबाजी भी की।इस दौरान होटल और रेस्तरां भी खुले रहे। यहां भी खूब रौनक दिखी।
इधर दिन नए साल पर तोहफे भेंट करने की तैयारियों के लिए खरीदारी करते लोग नजर आए। चाहे फूलों का मार्केट रहा हो या फिर ग्रीटिंग कार्ड एवं गिफ्ट कार्नर की दुकानें। डायरियों की दुकानों पर भी भीड़ दिखी। नए साल का स्वागत करने के लिए युवा वर्ग खासा उत्साहित रहा। होटल, रेस्तरां में पार्टी का दौर चलता रहा। हर कोई नए साल के जश्न में डूबा रहा। इसी तरह नए साल पर कहीं पर श्रीरामचरितमानस पाठ शुरू हुआ तो कहीं पर हनुमानजी का पाठ हुआ।
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