बाँदा : हैवी मशीनों से बालू खनन के विरोध में महिलाओं ने शुरू किया अनशन
जनपद के ग्राम साड़ी में खंड संख्या 60 व 4 में स्थित मोरम खदान में पट्टा धारकों द्वारा हैवी मशीनों से बालू..
@ सचिन चतुर्वेदी, प्रधान सम्पादक
जनपद के ग्राम साड़ी में खंड संख्या 60 व 4 में स्थित मोरम खदान में पट्टा धारकों द्वारा हैवी मशीनों से बालू का खनन किया जा रहा है। जिसके विरोध में आज महिलाओं ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया।
बताते चलें कि केन नदी में पोकलैंड मशीन से बालू खनन वर्जित है। इसके बाद भी नदी की जलधारा से पोकलैंड मशीनों के जरिए बालू का अवैध खनन किया जा रहा है। इस संबंध में स्थानीय किसानों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
इनका कहना है कि यह क्षेत्र डार्क जोन एरिया में आता है। जहां नलकूपों की बोरिंग पर रोक है। वही पट्टा धारकों द्वारा 3 मीटर से अधिक गहराई पर बालू खनन किया जा रहा है।
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इस संबंध में किसानों द्वारा बीते 25 जनवरी को डीएम एसडीएम खान अधिकारी को किसानों द्वारा ज्ञापन दिया गया था। इसके बाद खनिज अधिकारी सुभाष सिंह ने जांच के नाम पर महज खानापूर्ति की और वापस चले गए।
उनके वापस जाते ही पुनः पोकलैंड मशीनों के जरिए बालू खनन का काम शुरू हो गया। इससे नाराज होकर महिला किसान उषा निषाद के नेतृत्व में दर्जनों महिलाओं ने खदान में ही बैठकर क्रमिक अनशन शुरू किया गया।
वही प्रशासन द्वारा अवैध बालू खनन के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है। कल स्वयं जिला अधिकारी बांदा आनंद कुमार सिंह ने बेंदा घाट स्थित बालू खदान पर छापा मारा था। जहां लगभग डेढ़ दर्जन ओवरलोड बालू से भरे ट्रक पकड़े गए थे जिन्हें सीज कर दिया गया था।
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