वर्तमान मे सच्चे मित्र का बड़ा ही अभाव : अमित कृष्ण शास्त्री
श्री मदभागवत कथा के विश्राम दिवस पर मंगलवार को सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कथा व्यास अमित कृष्ण शास्त्री...
कहा कि जग के नही जगदीश के पीछे भागना चाहिए
बांदा। श्री मदभागवत कथा के विश्राम दिवस पर मंगलवार को सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कथा व्यास अमित कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कहा कि मित्रता कृष्ण और सुदामा जैसी होनी चाहिए। यह संसार बड़ा ही स्वार्थी है। जब तक व्यक्ति का स्वार्थ निकलेगा तब तक वह आपका सम्मान करेगा। इसके बाद ठोकर मार कर अलग कर देगा। यह संसार गिन गिन कर रोटी देता है। जब ईश्वर को हम अपना लेते है तो वह हमे माला माल कर देता है। इस लिए जग के पीछे नही जगदीश के पीछे भागना चाहिए। वह महान है। मांगना उसी से चाहिये जो प्रसन्नता से दे सके। वही तो सब से बड़ा दाता है। हम तो केवल भिक्षुक हैं। भिक्षुक से क्या उम्मीद करनी है।
देवनगर, झील का पुरवा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के विश्राम दिवस पर कथा व्यास अमित कृष्ण शास्त्री महाराज ने सुदामा चरित्र का मार्मिक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि आज वर्तमान मे सच्चे मित्र का बड़ा ही अभाव है। मित्र वही होता है। जो मित्र के दुख मे दुखी और सुख मे सुखी होता है। धन्य है भगवान की उदारता इस संसार के जितने भी रिश्ते हैं सब स्वार्थ से भरे है परंतु परमात्मा निस्वार्थ हम सबसे प्रेम करते है।
लोग कहते है की दो मुट्ठी चावल खाकर प्रभु ने बदले में उनकी ऐश्वर्य दे दिया परंतु ये उचित नहीं है संसार के लोग कुछ देकर कुछ लेते है परमात्मा तो बिना कुछ लिए ही हमको सब कुछ ही नही खुद को भी देने को तैयार है अतः ये कथाएं हमको सिखाती है कि जग की सेवा खोज अपनी प्रेम प्रभु से कीजिए जिंदगी का राज है ये जान कर जी लीजिए।
आरती पश्चात प्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर यजमान लालू प्रसाद व माया देवी, भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार याज्ञिक, शिक्षक बिहारी लाल, भानु प्रताप, डॉ प्रेम, राजेंद्र सविता, राकेश सविता सहित सैकड़ो की संख्या मे श्रोतागण मौजूद रहे। कथा संयोजक वेद प्रकाश याज्ञिक ने बताया कि आज बुधवार को भंडारे का आयोजन किया जाएगा।