मीटर टूटा, कागज फटे, पत्थर चले—पैलानी में आखिर क्या हुआ?
बांदा ज़िले की पैलानी तहसील इलाके में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहाँ बिजली बिल वसूली के दौरान बिजली विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया...
बांदा। बांदा ज़िले की पैलानी तहसील इलाके में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहाँ बिजली बिल वसूली के दौरान बिजली विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। आरोप है कि गुस्साए ग्रामीणों ने न सिर्फ टीम के साथ मारपीट की, बल्कि उन पर पत्थर भी फेंके, जिससे उन्हें मौके से भागना पड़ा। डरे हुए बिजली विभाग के कर्मचारियों को जान बचाकर भागना पड़ा। सरकारी काम में बाधा डालने, मीटर तोड़ने और विभाग के रिकॉर्ड फाड़ने के आरोप भी लगाए गए हैं।
पैलानी तहसील के कनकहेड़ा-चंदवारा पावर सबस्टेशन के जूनियर इंजीनियर कृष्ण कुमार ने पैलानी थाने में दर्ज अपनी शिकायत में बताया कि वह और उनके कर्मचारी रामसजीवन सिंह बिजली बिल राहत योजना के तहत बकाया बिल वसूलने के लिए गांव-गांव जा रहे थे। शुक्रवार को दोपहर करीब 1 बजे वे गौरीखुर्द गांव पहुंचे।
आरोप है कि गौरीखुर्द गांव के फूलचंद उर्फ फुल्लू की पत्नी राममणि, फूलचंद, फूलचंद के बेटे सोनू और कुछ अज्ञात लोगों ने टीम के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। जब उन्होंने विरोध किया, तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की, मीटर तोड़ दिया और उन पर पत्थर फेंकने लगे। राममणि पर यह भी आरोप है कि उसने उन्हें झूठे केस में फंसाने और जेल भेजने की धमकी दी। जब स्थिति बिगड़ी, तो बिजली कर्मचारी किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग निकले।
जूनियर इंजीनियर कृष्ण कुमार ने बताया कि संबंधित उपभोक्ताओं पर लगभग 90,000 रुपये का बिजली बिल बकाया था। विवाद तब हुआ जब उनसे राहत योजना के तहत छूट के साथ बिल चुकाने को कहा गया। आरोप है कि आरोपियों ने सरकारी काम में बाधा डाली, विभाग के रिकॉर्ड फाड़े, बिजली कर्मचारियों के साथ मारपीट की और पत्थर फेंककर उन्हें भगा दिया।
संपर्क करने पर राममणि ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि बिजली विभाग की टीम बेवजह उनके घर पर दबाव डाल रही थी।
इस मामले में पैलानी थाना प्रभारी राजेश वर्मा ने बताया कि उन्हें जूनियर इंजीनियर कृष्ण कुमार से शिकायत मिली है। जांच के लिए पुलिस टीम मौके पर भेजी गई है। जांच के आधार पर ज़रूरी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि दो दिन पहले अमेलोर गांव में भी बिजली बिल वसूली के दौरान इसी तरह का विवाद हुआ था। उस समय, गांव वालों ने SDO ज्ञानेश कुमार और JE रविशंकर गुप्ता की टीम के साथ करीब 80,000 रुपये की वसूली को लेकर बदसलूकी की और उनकी बोलेरो गाड़ी के रास्ते में लोहे की रॉड लगाकर उसे रोक दिया। उस घटना में बिजली चोरी का मामला दर्ज किया गया था।
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