बांदाः जन सेवा केंद्र का नामोनिशान नहीं, निर्माण के लिए आया धन हजम

ग्राम पंचायतों में इस समय भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है। ग्राम प्रधान और सचिव मिलकर किस तरह सरकारी धन का बंदर बांट कर रहे हैं। इसकी जीती जागती तस्वीर देखनी है तो ...

बांदाः जन सेवा केंद्र का नामोनिशान नहीं, निर्माण के लिए आया धन हजम

ग्राम पंचायतों में इस समय भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है। ग्राम प्रधान और सचिव मिलकर किस तरह सरकारी धन का बंदर बांट कर रहे हैं। इसकी जीती जागती तस्वीर देखनी है तो तिंदवारी विकासखंड के ग्राम वासिलपुर आइए ,यहां निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र और जन सेवा केंद्र के नाम पर लाखों रुपए का गबन किया गया है। जन सेवा केंद्र का तो कहीं अदा पता नहीं है जबकि चार लाख रुपए आहरित कर लिए गए हैं।

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इस ग्राम पंचायत में किए जा रहे भ्रष्टाचार की जांच की मांग इसी गांव के निवासी जितेंद्र कुमार पटेल पुत्र रामनरेश ने की थी। जिसकी जांच अवर अभियंता सिंचाई प्रथम तृतीय से कराई गई। अवर अभियंता ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया और 16 नवंबर को जांच आख्या मुख्य विकास अधिकारी को सौंप दी। जांच आख्या से पता चला की ग्राम पंचायत सचिव और प्रधान ने मिलकर निर्माण कार्य में लाखों रुपए का चुनाव चूना लगाया है। जांच अधिकारी ने बताया कि ग्राम पंचायत में आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य चल रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र पर प्लास्टर का कार्य चलता हुआ पाया गया। जिसमें 1रू7 वह 1रू8 सीमेंट व बालू का उपयोग किया जा रहा था। उक्त कार्य में घटिया गुणवत्ता की सामग्री (ईंटमसाला) का उपयोग किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र का एस्टीमेट व अन्य अभिलेख मांगने पर भी उपलब्ध नहीं कराए गए, जबकि जांच के दौरान मौके पर ग्राम प्रधान व सचिव भी मौजूद थे।

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इसी गांव में जन सेवा केंद्र का निर्माण कार्य भी होना है। इसके लिए 5 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। इसमें से ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव द्वारा 4 लाख की धनराशि आहरित कर ली गई है। जांच अधिकारी अवर अभियंता ने रिपोर्ट में बताया है कि मौके पर निरीक्षण के समय कोई भी कार्य प्रारंभ नहीं कराया गया और न ही मौके पर कोई निर्माण सामग्री पड़ी हुई मिली। जांच के समय किसी भी प्रकार के अभिलेख प्रधान व सचिव द्वारा प्रस्तुत नहीं किए गए। पूर्व प्रधान व लेखपाल द्वारा इस संबंध में बताया गया की मौके पर दिखाया गया स्थल, स्कूल के खेल का मैदान है। मौके पर खेल के मैदान का बोर्ड भी लगा हुआ पाया गया। इस जांच रिपोर्ट से स्पष्ट है कि जन सेवा केंद्र का 4 लाख रुपए बिना निर्माण कराए ही हजम कर लिए गए। वहीं दूसरी ओर आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल करके लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी ने इस जांच आख्या को 1 दिसंबर 2023 को जिला अधिकारी बांदा को प्रेषित कर दी है। अब देखना है कि दोषी ग्राम प्रधान व सचिव के खिलाफ क्या एक्शन लिया जाता है।

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जन सेवा केंद्र वासिलपुर शिकायत करने के बाद ग्राम प्रधान वासिलपुर द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है

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