बाँदा : जरा सी लापरवाही मरीजों व स्वास्थ्य कर्मियों पर पड़ सकती है भारी
आग लगने जैसी आपात स्थिति में अग्निशमन यंत्र काफी कारगर सिद्ध होते हैं, ऐसे में इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि जैसे ही...
अस्पताल स्टाफ को अग्निशमन यंत्र चलाने का दिया प्रशिक्षण
आग लगने जैसी आपात स्थिति में अग्निशमन यंत्र काफी कारगर सिद्ध होते हैं । ऐसे में इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि जैसे ही आगजनी की घटना हो तुरंत वार्डों व अस्पताल परिसर में लगे अग्निशमन यंत्रों का इस्तेमाल सही तरीके से करें। इसमें जरा सी लापरवाही मरीजों, तीमारदारों व खुद स्वास्थ्य कर्मियों पर भारी पड़ सकती है। यह बातें जिला महिला अस्पताल परिसर में डाक्टर व स्टाफ को अग्निशमन यंत्र का प्रशिक्षण देते हुए क्वालिटी मैनेजर डा. प्रमोद सिंह ने कहीं।
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डॉ. सिंह ने कहा कि जिला पुरुष व महिला अस्पताल में आग से सुरक्षा को सभी वार्डों, स्टोर और ओटी में अग्निशमन यंत्र लगाए गए हैं। अस्पताल में 15 अग्निशमन यंत्र लगे हैं। आगजनी की घटना होने पर इन यंत्रों का प्रयोग लोगों की जान व संपत्ति बचाने के लिए किया जा सके, इसके लिए डाक्टर, नर्स, एएनएम व कर्मियों को इसकी जानकारी होना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि आग से सुरक्षा की जरूरत हमें सिर्फ संयंत्र और कार्यस्थल पर ही नहीं, बल्कि अपने घरों और दैनिक जीवन में भी होती है। आस पड़ोस में भी आगजनी की घटना होने पर फायर विभाग को फोन पर सूचना देना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। ताकि समय पर सूचना मिलने से आग पर काबू पाया जा सके।
प्रशिक्षक डा. प्रमोद ने यंत्र को किस प्रकार से खोला जाए और उसका प्रयोग किस तरह किया जाए के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान प्रशासनिक अधिकारी सुधीर मिश्रा, डा. सविता, कमलेश पाल, संध्या यादव, अलीशा, रेहाना, अर्चना, जावेद खां, निर्भय, राजमणि, रमेश आदि उपस्थित रहे।
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अगर ये तरीके अपनाएं तो नहीं लगेगी आग
बिस्तर पर लेटकर बीड़ी-सिगरेट न पिएं, शौच के दौरान बीड़ी-सिगरेट न पिएं,जलते हुए बीड़ी-सिगरेट के टुकड़े को पैर से कुचलकर पूरी तरह से बुझाकर की फेकें। बिजली के तारों से दूर रहें।