बुंदेलखंड की महिलाओं ने अवैध खनन करते पोकलैंड मशीनों को पकड़ा, प्रशासन है बेखबर
बुंदेलखंड के जनपद बांदा में पोकलैंड मशीनों के जरिए केन नदी को खोखला बनाने की मुहिम जारी है इस अवैध खनन को रोकने..
@सचिन चतुर्वेदी, प्रधान सम्पादक
बुंदेलखंड के जनपद बांदा में पोकलैंड मशीनों के जरिए केन नदी को खोखला बनाने की मुहिम जारी है इस अवैध खनन को रोकने के लिए जल सखी मोर्चा द्वारा कई बार प्रदर्शन किए गए लेकिन प्रशासन इस मामले में इसी तरह की कार्रवाई से बच रहा है।वही आज जलसखियों ने साड़ी खंड 4 की मोरम खदान में पोकलैंड मशीनों को नदी के अंदर खनन करते हुए पकड़ा।
बताते चलें कि बालू खनन में पट्टा धारकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि नदी के अंदर 3 मीटर से ज्यादा गहराई पर खनन न किया जाए इसके बावजूद पट्टा धारक शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर खुलेआम मशीनों के जरिए बालू खनन कर रहे हैं।जिससे नदी के जलीय जीव जंतु बेमौत मर रहे हैं।
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पोकलैंड मशीनों द्वारा किए जा रहे गड्ढों से मजदूरों की अकाल मौत हो रही है अभी 3 दिन पूर्व भी पैलानी की एक मोरम खदान में बालू का टीला धसने से तीन मजदूरों की मौत हो गई थी। इसके बाद भी प्रशासन नहीं चेत रहा है। इधर अवैध खनन को लेकर जल सखी मोर्चा द्वारा कई बार प्रदर्शन किए गए, परंतु प्रशासन द्वारा किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
प्रशासन को अवैध खनन की तस्वीर दिखाने के उद्देश्य से आज जल सखी मोर्चा की महिलाएं साड़ी खण्ड संख्या 4 की मोरम खदान पहुंची जहां नदी के अंदर पोकलेन मशीनो के जरिए मेर्सस राजा कंस्ट्रक्शन द्वारा अवैध खनन कराया जा रहा था।
महिलाएं इन मशीनों के ऊपर चढ़कर बैठ गई और फोटो भी खिंचवाई ताकि प्रशासन को असलियत से परिचित कराया जा सके।इन महिलाओं का कहना है कि पोकलैंड मशीनों के जरिए खनन किए जाने से बड़े-बड़े गड्ढे हो रहे हैं जो मजदूरों के लिए मौत का सबब बनते जा रहे हैं।
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