बांदा के तीन युवक पाकिस्तान में गिरफ्तार , विधायक ने की सकुशल रिहाई की मांग
नरैनी तहसील के पचोखर गांव निवासी रामबहादुर को अरसे बाद पाकिस्तान की जेल से रिहाई मिली थी। इसके बाद उन परिवारों में आस जगी थी...
नरैनी तहसील के पचोखर गांव निवासी रामबहादुर को अरसे बाद पाकिस्तान की जेल से रिहाई मिली थी। इसके बाद उन परिवारों में आस जगी थी, जिनके घर के चिराग अभी पाक जेल में बंद हैं। जिले के छह लोग पाकिस्तान जेल में प्रताड़ना का शिकार हो रहे हैं। इनकी संख्या में तीन और की बढ़ोतरी हो गई। ऐसे ही तीन युवक पाकिस्तानी सैनिकों की गिरफ्त में फिर आ गए है। वही भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय विधायक ब्रजेश कुमार प्रजापति ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को पत्र भेजकर पकड़े गए युवकों की सकुशल रिहाई की मांग की है।
जिले के तिंदवारी ब्लाक के कुछ गांवों के युवा मछली पकड़ने के लिए गुजरात के पोरबंदर जाते हैं। नाव से मछली पकड़ने के दौरान पानी के बहाव में देश की सीमा पार कर पाक में प्रवेश कर जाते हैं। ऐसे ही तीन युवक पाकिस्तानी सैनिकों की गिरफ्त में फिर आ गए। सोमवार देर शाम स्वजन को सूचना मिली है। हालांकि स्थानीय पुलिस अभी मामले से वाकिफ नहीं है। सनद रहे कि रामबहादुर के रिहा होने के बाद भी अभी जिले के छह युवक पाकिस्तान की जेल में बंद हैं। जबकि महोबा जिले के लिलवाही गांव का भी एक युवक कैद है।
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जनपद के तिंदवारी थाना क्षेत्र के ग्राम जसईपुर निवासी शैलेंद्र कुमार और धौसड़ गांव के चांद बाबू और लक्ष्मण गुजरात के पोरबंदर में मछली पकड़ रहे थे। मछली पकड़ते समय वह कब पाकिस्तान की सीमा पर चले गए , उन्हें पता नहीं चला। इस बीच पाकिस्तान की जल सेना ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। यह घटना 27 सितंबर 2021 की है लेकिन घर के लोगों को उनकी गिरफ्तारी की जानकारी नहीं मिली।
इधर 1 अक्टूबर को चांद बाबू का बड़ा भाई मजीद काम की तलाश में गुजरात पहुंचा और अपने भाई के बारे में पता किया, तो पता चला कि उसे और दो अन्य साथियों को पाकिस्तान की जल सेना द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। यह जानकारी मिलते ही वह फौरन ही अपने गांव लौट आया और परिजनों को घटना की जानकारी दी।
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इस बीच तिन्दवारी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को डीएम के माध्यम से बुधवार को पत्र प्रेषित किया है। इसमें कहा गया है कि यह मछुआरे गरीब परिवारों से हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और अपने परिवार के भरण-पोषण का एकमात्र सहारा है। इनकी सकुशल रिहाई करा कर इन्हें घर वापस भेजने की कारवाई की जाए।
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