वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी सहित इन 6 रेलवे स्टेशनों के जल्द होगा कायाकल्प
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई स्टेशन झांसी के कायाकल्प का काम जल्द शुरू होगा। उम्मीद है अगले तीन-चार साल में झांसी...
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई स्टेशन झांसी के कायाकल्प का काम जल्द शुरू होगा। उम्मीद है अगले तीन-चार साल में झांसी रेलवे स्टेशन नए अंदाज में नजर आने लगेगा। नई इमारत में रानी का शौर्य भी उकेरा जाएगा। इमारत के कायाकल्प के साथ ही यात्री सुविधाएं भी बढे़ंगी इसके अलावा मंडल के सात स्टेशनों की भी सूरत बदलेगी। पूरे प्रोजेक्ट पर करीब पांच सौ करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। रेल अफसरों का दावा है आने वाले तीन-चार साल में झांसी स्टेशन बदला नजर आएगा।
दिल्ली स्थित विशेषज्ञ कंपनी अरिनेम को यह जिम्मा सौंपा गया है। उसने प्रोजेक्ट पर काम भी शुरू कर दिया है। प्रोजेक्ट से जुड़े अफसरों के मुताबिक इसमें झांसी स्टेशन के ऐतिहासिक महत्व का ख्याल रखा जाएगा। नई इमारत में रानी का शौर्य भी उकेरा जाएगा। स्टेशन के अंदर स्वचालित सीढ़ियां बनेंगी। सर्कुलेटिंग एरिया को सुविधा जनक बनाया जाएगा। मनोरंजन के लिए गेमिंग प्वाइंट होगा। स्टेशन में अंदर एवं बाहर जाने की व्यवस्था बदलेगी।
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एनसीआर मुख्यालय से झांसी मंडल के झांसी, दतिया, ललितपुर, ग्वालियर, खजुराहो, चित्रकूट एवं बांदा रेल स्टेशन अपग्रेड होने हैं। इससे न सिर्फ यहां यात्री सुविधाएं बढ़ेंगी बल्कि ट्रेन संचालन भी सुगम होगा। इस निर्देश पर रेल अफसरों ने कवायद शुरू कर दी है। अफसरों का कहना है ग्वालियर एवं खुजराहो स्टेशन में काम शुरू हो चुका जबकि शेष अन्य स्टेशनों में यह काम जल्द आरंभ होगा। प्रत्येक स्टेशन पर 20-25 करोड़ रुपये की लागत से कार्य होने की उम्मीद है।
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इस बारे में डीआरएम, झांसी मंडल आशुतोष ने बताया कि झांसी स्टेशन के कायाकल्प के लिए एजेंसी नामित हो गई है। वह अपना प्रोजेक्ट तैयार कर रही है। उम्मीद है कुछ वर्षों के भीतर यह काम पूरा करा लिया जाएगा। झांसी स्टेशन में जो कार्य होने है उनमें स्टेशन भवन के मुख्य द्वार एवं सर्कुलेटिंग एरिया में सुधार, वाटर कियोस्क समेत वॉटर एटीएम का इंतजाम, वेटिंग हालए वेटिंग रूम समेत शौचालयों का दशा में सुधार, स्टेशन पर पेड एक्जीक्यूटिव लाउंज का निर्माण, लिफ्ट एवं एस्केलेटर की स्थापना आदि शामिल है।