बिना वैक्सीन लगवाये डाउनलोड होता है सर्टिफिकेट, अगर आपको भी चाहिये तो यहां आईये
ये कोई मजाक नहीं है, ये पूरी तरह से सही घटना है। अगर आपको भी वैक्सीन लगवाये बिना वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट चाहिये..
ये कोई मजाक नहीं है, ये पूरी तरह से सही घटना है। अगर आपको भी वैक्सीन लगवाये बिना वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट चाहिये तो चले जाइये, बांदा शहर के छाबी तालाब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में। लेकिन इसके लिए आपको सबसे पहले भारत सरकार के कोविन वेबसाइट पर अपना आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
रजिस्ट्रेशन कराने पर आपसे आधार कार्ड की डिटेल, मोबाइल नं, नाम इत्यादि सब पूछा जायेगा, इसलिए आप निःसंकोच सारी जानकारी भर दीजिये। ये सब भरने के बाद आसपास उपलब्ध वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीनेशन के लिए उपलब्ध तारीखों में आपसे पूंछा जायेगा कि किस तारीख को कौन से वैक्सीनेशन सेंटर में आप वैक्सीन लगवाना चाहते हैं, आप वो भी सब भर दीजिये और आप चाहते हैं कि 10 बजे से 4 बजे के बीच आप एक नियत समय पर जाकर वैक्सीनेशन कराना चाहते हैं तो वो टाइम फ्रेम भी सेट कर दीजिये। इतना सब करने के बाद आपका वैक्सीनेशन शेड्यूल हो जायेगा। इसके लिए आपके पास एक एसएमएस भी आयेगा जिसमें 4 डिजिट का एक कोड भी होगा, जो आपको वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर बताना होगा।
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आपको अभी तक अच्छा लगा कि ये पूरा प्राॅसेस डिजिटल भारत के इस युग में पूरी तरह से डिजिटल दिखाई दे रहा है। पर यहां इतना खुश होने की जरूरत नहीं है। दरअसल जब आप तय तारीख और समय पर वहां जायेंगे तो आपको पता चलेगा कि वहां टाइम फ्रेम का कोई महत्व ही नहीं है। वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ है, लोगों के बैठने के लिए जगह है, जहां लोग सटकर बैठे हुए अपने वैक्सीनेशन की बारी का इंतजार कर रहे हैं।
लेकिन आपको इस सेंटर में दाखिल होने से पहले बाहर बैठी एक महिला कर्मचारी को वैरिफाई कराना होगा कि आप वही व्यक्ति हैं जिसने आनलाइन रजिस्ट्रेशन किया है। इसके लिए आपसे वह महिला आपको एक कार्ड देंगी, जिसे आपको भरना होगा (ये वही कार्ड है, जो आनलाइन रजिस्ट्रेशन के पहले मैनुअल वैक्सीनेशन के समय प्रयोग में लाया जा रहा था)। अब वो आपके आधार कार्ड के लास्ट 4 डिजिट पूंछेंगी और आपको एसएमएस में जो 4 डिजिट का कोड मिला है, वो भी पूंछेंगी। आपके बताने के बाद वो आपको अन्दर जाने देंगी। यानि यहां तक तो प्राॅसेस वाकई डिजिटल है, सिवाये उस कार्ड को भरवाने के।
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अब बारी आती है अन्दर जाकर वैक्सीनेशन कराने की। यहां पर आपको अपना आधार कार्ड जमा कराने के लिए कहा जायेगा। अब आप पूंछेंगे कि एक बार जब आॅनलाइन आधार की डिटेल सबमिट कर दी है तो दोबारा यहां मांगने की क्या जरूरत है? और उस पर भी आपका कलर प्रिंट वाला आधार कार्ड। अब अगर आपके पास वो नहीं है तो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं, आप बिना वैक्सीन लगवाये अपना मन मसोसते हुए अपने घर चले आईये।
इसके लिए सरकार को भी कोस सकते हैं कि जब तक यहां नहीं आये थे, तब तक सरकार की डिजिटलीकरण वाली तकनीक को कितना अच्छा मान रहे थे। लग रहा था कि हमारी भारत सरकार वाकई डिजिटल हो चुकी है। वैसे देखा जाये तो इसमें सरकार का भी पूरा दोष नहीं है। दरअसल जब कर्मचारी ही लंका लगाने में लगे हैं तो सरकार भी क्या करे। कितना ध्यान रखे, कि ये करो, ऐसा करो, या ये न करो इत्यादि.. इत्यादि।
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खैर अब आगे की मुख्य बात तो बनाना बाकी ही रह गया। अब जब आप घर पहुंच चुके होंगे (ध्यान दीजियेगा, कि अभी तक आपको वैक्सीन नहीं लगी है), तब तक आपके मोबाइल में एक एसएमएस आ चुका होगा। जिसमें पूरे उत्साह के साथ आपको बताया जायेगा कि जनाब फलां साहब, आपको ढिकां जगह पर ये वैक्सीन फलां-ढिकां तारीख और समय पर लग चुकी है और अब आप इस लिंक पर क्लिक करके अपना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं।
है न, खुशी की बात, इससे आप वैक्सीन लगवाने से भी बच गये और आपको वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट भी मिल गया। यानि ये तो जबरदस्त बात हो गयी। कुछ लोगों ने मिलकर मोदी जी के वैक्सीनेशन अभियान को चार कदम आगे बढ़ाते हुए 110 परसेंट डिजिटल बना दिया है। यानि कोई भी काम मैनुअल नहीं (सिवाए वो कार्ड भरने के)।
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हमें पता है कि आपको विश्वास नहीं हो रहा है, तो आपको विश्वास आ जाये इसके लिए आपको हम वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट भी अटैच कर रहे हैं।
अब तो आपको विश्वास आ जायेगा न?
तो देर किस बात की है, आप भी 110 परसेंट डिजिटल होकर अपना डिजिटल वैक्सीनेशन कराईये। और हां इसमें किसी भी प्रकार का बुखार नहीं आता (अरे भईया ! जब वैक्सीन लगी ही नहीं, तो बुखार कैसे आयेगा?)।
अब वैक्सीनेशन की दूसरी डोज भी आप ऐसे ही लगवा सकते हैं, 84 दिनों के बाद। लेकिन ऐसी सुविधा बनी रहे, तब ही ये हो पायेगा। इसके लिए हम भगवान से मनायेंगे कि ये चलता रहे ताकि विपक्षी जो सरकार के दबाव में वैक्सीन का सर्टिफिकेट तो चाहते हैं, लेकिन वैक्सीन लगवाना नहीं चाहते, उनके लिए ये एक बेहतरीन योजना है। आप चाहें तो इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, लेकिन सिर्फ स्टाॅक रहने तक।
मैं फिर आपको ध्यान दिलाना चाहता हूं, ये मजाक नहीं है......
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