महीनों से छात्रों ने नहीं देखा है उर्दू शिक्षक का चेहरा, केवल हस्ताक्षर करने जाते है विद्यालय
महीनों से छात्रों ने नहीं देखा है उर्दू शिक्षक का चेहरा, केवल हस्ताक्षर करने ही स्कूल जाता है उर्दू का शिक्षक, प्राथमिक विद्यालय में ऊपर वाले के भरोसे चल रही है उर्दू की शिक्षा..
जालौन क्षेत्र के पिया निरंजनपुर ग्राम के प्राथमिक विद्यालय में ऊपर वाले के भरोसे चल रही है उर्दू की शिक्षा।
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आपको बता दें, कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारें शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए आयाम तय कर रहे हैं। ताकी शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाया जा सके। केंद्र और राज्य की सरकारें शिक्षा में सुधार के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही हैं।
जहां पर जालौन जनपद के जिला अधिकारी बीहड़ों में भी नन्हा कलाम जैसी योजनाएं चलाकर शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। वही जनपद में डकोर ब्लॉक के पिया निरंजनपुर ग्राम के प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त उर्दू शिक्षक कलीमुद्दीन आज तक स्कूल गये ही नहीं है। जब पत्रकारों ने प्राथमिक विद्यालय पिया निरंजनपुर जाकर वहां के विद्यार्थियों और स्थानीय निवासियों से इस बारे में बात की तो पता चला की मास्टर साहब स्कूल तो आते हैं लेकिन सुबह साइन करके ही वापस घर के लिए लौट जाते हैं।
इस बात पर जब साथ में विद्यालय के प्रधानाचार्य से बात की गई तो उन्होंने भी यही बात बताई की मास्टर साहब स्कूल तो आते हैं लेकिन सुबह साइन करके वापस लौट जाते हैं, जब उनसे यह बात की गई के आप प्रधानाचार्य होने के बाद भी मास्टर साहब को नहीं रोक पाती है। तो उन्होंने कहा कि उर्दू शिक्षक सिर्फ अपनी हाजरी भरने आते है, वे कोई क्लास नहीं लेते है। छात्रों ने आज तक अपने उर्दू शिक्षक का चेहरा भी नहीं देखा है।
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उन्होंने यह भी बताया की उक्त टीचर गुंडा किस्म का व्यक्ति है, और हम लोग महिला टीचर हैं। उससे लड़ने नहीं सकते जब पत्रकारों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से कलीमुद्दीन के स्कूल के ना आने की बात कही तो उन्होंने उक्त टीचर पर कार्यवाही की बात कहीं।