कोरोना संक्रमण के बारे में जागरुक करेंगे कोविड वालिटिंयर
कोविड 19 संक्रमण के फैलाव रोकने और जनमानस को जागरुक करने के लिए कोविड वालिंटियर तैनात किए जाएंगे। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने वालिंटियर को चिह्नित करने उन्हें प्रशिक्षण देने का काम शुरु कर दिया है।
सीएमओ कार्यालय स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में पहले चरण में पांच वालिटिंयर को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बीएम खैर ने बताया कि वालिंटियर से कहा कि पहले उन्हें खुद की सुरक्षा करनी है, इसके बाद आम जनमानस को कोविड से बचाव के उपाय बताने है। उन्हें बताना है कि उन्हें किस तरह हाथ धोने है और कब कब अपने हाथों को सैनिटाइज करना है। हमेशा मास्क पहनना है। सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए लोगों को जागरुक करना है।
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प्रशिक्षण प्रभारी एवं कायाकल्प परामर्शदाता डाण् अरुण कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), नेहरु युवा केंद्र संगठन, युवक व महिला मंगल दल, रेडक्रास सोसाइटी के ऐसे सदस्य जिनकी उम्र 21 से 30 साल है, उनके पास स्मार्ट फोन और अच्छा संचार कौशल हैए उन्हें कोविड स्वयंसेवक बनाया जाएगा। वे स्वास्थ्य विभाग और समुदाय के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने का काम करेंगे।
निगरानी समिति, आशा, आंगनबाड़ी, प्रधान व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बेहतर तालमेल स्थापित करेंगे। वे प्रवासी मजदूरों की समस्याओं को दूर करने का काम करेंगे। उन्होंने बताया कि वालिटिंयर को किसी तरह का पारिश्रमिक नहीं मिलेगा, वे स्वेच्छा से इसमें सहयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि कोविड वालिटिंयर बनने के लिए रजिस्ट्रेशन शुरु हो गए हैं। पहले चरण में रेडक्रास सोसाइटी से जुड़े रवि राजावत, संगीता स्वर्णकार, हिमांशु तिवारी, राहुल गौतम, दीपक वर्मा को प्रशिक्षित किया गया।
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