खजुराहो की कला संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय बनाने के लिए शिवराज सरकार ने रूपरेखा बनाई
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खजुराहो को कला और संस्कृति का अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनाया जाएगा। खजुराहो में बेहतर कनेक्टिविटी..
भोपाल,
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खजुराहो को कला और संस्कृति का अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनाया जाएगा। खजुराहो में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर प्रयास करेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह बातें शुक्रवार को खजुराहो में पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार तथा मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा नवनिर्मित छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का लोकार्पण एवं एमआईसीई रोड-शो 'मीट इन इंडिया' के शुभारम्भ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने खजुराहों में महाराज छत्रसाल और सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्तियां स्थापित करने की घोषणा भी की।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खजुराहो में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा जी, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल और कैबिनेट मंत्रियों के साथ महाराजा छत्रसाल सम्मेलन केंद्र का लोकार्पण और एमआईसीई रोड-शो 'मीट इन इंडिया' का शुभारम्भ किया।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महाराजा छत्रसाल की इस पवित्र धरा पर मैं अपनी और प्रदेश की आठ करोड़ जनता की ओर से हृदय से आप सभी अतिथियों का स्वागत करता हूं। हमारे लिए अतिथि देव हैं। हमारे यहां तो यह भी कहते हैं कि मेहमां जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है।
एक समय था जब पन्ना में बाघ खत्म हो गए थे। यह भारत में वन्यजीव संरक्षण का इकलौता उदाहरण होगा, जहाँ आज इतनी अधिक संख्या में बाघ मौजूद हैं। हम न सिर्फ टाइगर स्टेट ऑफ इंडिया हैं, बल्कि लियोपार्ड स्टेट ऑफ इंडिया और घडिय़ाल स्टेल ऑफ इंडिया भी हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि खजुराहो को कला और संस्कृति का अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए आपके सुझाव अपेक्षित हैं, जो भी सुझाव आएंगे उन्हें लागू किया जायेगा, जिससे क्षेत्र का और विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि हम केन और बेतवा नदी को जोड़ रहे हैं, जो श्रद्धेय स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का ड्रीम प्रोजेक्ट था।
इसे साकार कर रहे हैं हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। खजुराहो से एयर कनेक्टिविटी और रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए नए प्रयास किये जाएंगे। खजुराहो समेत बुंदेलखंड की धरा को बेहतर बनाने के लिए भी नए प्रयास किये जायेंगे। पुरानी परंपराओं को भी संरक्षित करने का कार्य किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सुखी और परिपूर्ण मानव का जीवन कैसा होना चाहिए, खजुराहो के मंदिर इस बात का प्रतीक हैं। मन, शरीर, बुद्धि और आत्मा का सुख जो ले सके, वह परिपूर्ण मानव है।
इन सभी सुखों को लेने की कला यदि देखना है तो वह खजुराहो में देखी जा सकती है। पर्यटन में होम स्टे, ग्राम स्टे का आनंद ही अलग है। गांवों के जीवन का अपना आनंद है। देश-विदेश और शहरों के पर्यटकों के लिए यह अनूठा अनुभव होगा।
इससे न केवल पर्यटकों को आनंद मिलेगा, अपितु मध्यप्रदेश के पर्यटन को भी लाभ होगा। खजुराहो के तालाब हमारी संपदा हैं। इनमें हो रहे अतिक्रमण को हटा कर इन्हें संरक्षित किया जाएगा। खजुराहो में महाराजा छत्रसाल और सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति भी स्थापित की जाएगी।
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हि.स