एसडीएम व खनिज अधिकारी ने ट्रक चालक को घसीट कर पीटा, ट्रक एसोसिएशन व भाजपा कार्यकर्ताओं ने खोला मोर्चा
एसडीएम सदर रजत वर्मा व खनिज अधिकारी अर्जुन सिंह ने ओवरलोड बालू से भरे ट्रक के चालक के साथ शुक्रवार को गाली गलौज और मारपीट की। जिससे भाजपा ब्लाक प्रमुख के...
बांदा, एसडीएम सदर रजत वर्मा व खनिज अधिकारी अर्जुन सिंह ने ओवरलोड बालू से भरे ट्रक के चालक के साथ शुक्रवार को गाली गलौज और मारपीट की। जिससे भाजपा ब्लाक प्रमुख के पति सहित सैकड़ो भाजपाई भड़क उठे। वहीं बुंदेलखंड ट्रक एसोसिएशन ने भी एसडीएम व खनिज अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए धरना प्रदर्शन करने लगे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने तिंदवारी थाने में धरना प्रदर्शन किया, तो वही बुंदेलखंड ट्रक एसोसिएशन ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर एसडीएम और खनिज अधिकारी के खिलाफ मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
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ट्रक चालक से मारपीट करने, मोबाइल व कागजात जब्त करने का आरोप लगा एसडीएम सदर,खनिज अधिकारी व खनिज इंस्पेक्टर पर रिपोर्ट दर्ज करवाने को लेकर भाजपा नेता ब्लॉक प्रमुख पति की अगुवाई में करीब एक सैकड़ा भाजपाईयों ने तिंदवारी थाने का घेराव कर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की। तिंदवारी थाना क्षेत्र के कुरसेजा चौकी के सामने से गुजर रहे दो बालू भरे ओवर लोड ट्रकों को टीम के साथ मौजूद एसडीएम सदर रजत वर्मा,खनिज अधिकारी अर्जुन सिंह व खनिज इंस्पेक्टर गौरव ने रोक कर सीजर की कार्रवाई कर दोनों ट्रकों को कुरसेजा चौकी में खड़ा करा दिया। कुछ देर बाद ब्लॉक प्रमुख पति भाजपा नेता अजय प्रताप सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष अलोक मिश्रा समेत करीब एक सैकड़ा भाजपाई थाने नारेबाजी करते हुए पहुंचे। रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करने लगे।थाना प्रभारी ने तहरीर लेकर जांच की बात कही तो तत्काल मामला दर्ज करने को लेकर थाना परिसर में बैठकर नारेबाजी करते रहे।
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इस बारे में भाजपा नेता ब्लॉक प्रमुख के पति अजय प्रताप सिंह का कहना एसडीएम सदर, खनिज अधिकारी व खनिज इंस्पेक्टर ने ट्रक चालक के साथ मारपीट, गाली गलौज कर मोबाइल व कागजात छीन लिए हैं। सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाए।
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इधर शनिवार को इस घटना को लेकर बुंदेलखंड ट्रक एसोसिएशन के पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और एसडीएम व खनिज अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। संगठन के मंडल अध्यक्ष जयराम सिंह ने कहा कि जिले के सभी बालू खदानों से ओवरलोड ट्रक निकलते हैं। इसके बदले में प्रशासनिक अधिकारी मोटी रकम पाते हैं। एंट्री फीस के नाम पर ट्रक चालकों से 50000 रुपए तक की रकम वसूल की जाती है न देने पर उनके ट्रक सीज कर दिए जाते हैं। प्रतिदिन मध्य प्रदेश के 1000 ट्रक यहां से गुजरते हैं जो ओवरलोड होते हैं। हर टक से 50 हजार माहवारी वसूल की जाती है, इसलिए इनके खिलाफ किसी तरह का एक्शन नहीं लिया जाता है।उन्होंने आरोप लगाया कि ओवरलोड ट्रकों के बालू खदानों से लोड होकर सड़कों से गुजरने के बारे में शासन और प्रशासन को पूरी जानकारी है। जब ट्रकों से अवैध वसूली की जाएगी तो बिना ओवरलोड ट्रक मालिकों का खर्च कैसे निकल पाएगा। एंट्री फीस न देने के मामले में ही एसडीम व खनिज अधिकारी ने ट्रक चालक के साथ मारपीट की है। किसी के साथ मारपीट का इन अधिकारियों के पास कोई अधिकार नहीं है। अगर गाड़ी ओवरलोड है तो चालान करना चाहिए।
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वही पूरे मामले में एसडीएम सदर रजत वर्मा का कहना है कि चेकिंग के दौरान बालू भरे ओवर लोड ट्रकों को सीज किया है। चालक के साथ मारपीट करने आदि के आरोप गलत हैं। दो माह पहले भी भाजपा नेताब्लॉक प्रमुख के पति के बालू भरे ट्रकों को जसपुरा पुलिस ने रोका तो तीन पुलिस कर्मियों समेत एक एसएसआई को सस्पेंड कर दिया गया था।