बांदा में भी चालकों की हड़ताल से रोडवेज बसों का चक्का जाम, यात्री परेशान
केंद्र सरकार के नए कानून के खिलाफ बांदा में भी रोडवेज बस के चालकों में आक्रोश दिखाई पड़ा। बस चालको ने सुबह से ही चक्का जाम कर दिया और धरने ...
केंद्र सरकार के नए कानून के खिलाफ बांदा में भी रोडवेज बस के चालकों में आक्रोश दिखाई पड़ा। बस चालको ने सुबह से ही चक्का जाम कर दिया और धरने पर बैठ गए। वही चालकों के हड़ताल पर चले जाने से गंतव्य को जाने वाले यात्री परेशान रहे। हालांकि बस चालकों को समझाने की घंटो कोशिश की गई लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े रहे।
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उत्तर प्रदेश रोडवेज चालक परिचालक संघ के आवाहन पर सोमवार को बांदा रोडवेज डिपो के बस चालकों ने हड़ताल कर दी। इन्होंने बस चलाने से मना करते हुए धरना पर बैठ गए, जिन्हें मनाने की कोशिश की गई लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहे। उनका कहना है कि हमें मात्र 7- 8 हजार रुपए मिलता है। अगर एक्सीडेंट हो गया तो हमें न सिर्फ 10 साल की सजा होगी बल्कि भारी जुर्माना भी भरना पड़ेगा। इससे हमारा जीवन नर्क हो जाएगा। इनका कहना है कि जब तक कानून पर रोक नहीं लगेगी तब तक वह बस नहीं चलाएंगे। बस चालकों की हड़ताल से यात्रियों को परेशान देखा गया, वह अपने गंतव्य पर जाने के लिए साधन की तलाश करते रहे।
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बताते चलें कि भारतीय न्याय संहिता 2023 में संशोधन के बाद आए नए हिट एंड रन के मामलों में जो भी दोषी ड्राइवर होंगे उन पर 7 लाख रुपए का जुर्माना किया जाएगा और 10 साल कैद का प्रावधान किया गया है। इस कानून के खिलाफ चालकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। वहीं आज कई टेंपो चालक भी जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे और एक ज्ञापन देकर इस काले कानून को वापस लेने की मांग की है।
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