कई विश्वविद्यालयों और सामाजिक संस्थाओं से ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ पहुंचे चित्रकूट

भारतरत्न नानाजी देशमुख की 15वीं पुण्यतिथि पर दीनदयाल परिसर के लोहिया सभागार एवं विवेकानंद सभागार में पांच...

कई विश्वविद्यालयों और सामाजिक संस्थाओं से ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ पहुंचे चित्रकूट

नानाजी ने खड़ा किया विकास का भारतीय मॉडल: शिव प्रकाश

नानाजी की 15वीं पुण्यतिथि पर डीआरआई के पांच स्थानों पर शुरू हुए सेमिनार, कार्यशाला एवं सम्मेलन

चित्रकूट। भारतरत्न नानाजी देशमुख की 15वीं पुण्यतिथि पर दीनदयाल परिसर के लोहिया सभागार एवं विवेकानंद सभागार में पांच अलग-अलग राष्ट्रीय सम्मेलन व संगोष्ठी आयोजित की जा रही है। जिसका सामूहिक उद्घाटन सत्र मंगलवार को विवेकानन्द सभागार में भाजपा के अखिल भारतीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनकर सबनीस, मध्य प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं देव तालाब से विधायक गिरीश गौतम, सीधी सांसद डॉ राजेश मिश्रा, पदमश्री डॉ बीके जैन, मध्य प्रदेश शासन की पूर्व मंत्री ऊषा ठाकुर, पूर्व मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक सीधी रीति पाठक, विधायक चित्रकूट सुरेन्द्र सिंह गहरवार, रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के कुलपति डॉ एके सिंह, जनजातीय हितरक्षा आयाम के संरक्षक गिरीश कुबेर, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय इंफाल के कुलपति डॉ अनुपम मिश्रा, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ भरत मिश्रा, दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव अतुल जैन आदि के आतिथ्य में किया गया। 

उद्घाटन सत्र का संचालन करते हुए दीनदयाल शोध संस्थान के महाप्रबंधक अमिताभ वशिष्ठ ने तीन दिन तक चलने वाले कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। उद्घाटन सत्र में पदमश्री डॉ बीके जैन ने नानाजी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जो सपना था अंतिम छोर के व्यक्ति का उत्थान और विकास वह तभी पूर्ण होगा जब देश का हर एक नागरिक उसे अपना कर्तव्य मानकर अपना योगदान देगा। भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश ने कहा कि समाज जीवन में काम करने वाले सभी लोगों के लिए श्रद्धेय नाना जी का जीवन प्रेरणा स्रोत रहा है। देश का पहला शिशु मंदिर गोरखपुर में नानाजी ने शुरू किया। विकास का भारतीय मॉडल गोंडा और चित्रकूट से काम शुरू करके दिखाया। दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव अतुल जैन ने कहा कि नानाजी के पुण्यतिथि अवसर पर विभिन्न विषयों पर सेमिनार और संगोष्ठी के माध्यम से जो भी चर्चाएं हैं उसके आधार पर जो योजना बने वह देशानुकूल के साथ युगानुकूल भी रहे। इस दौरान दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन, कोषाध्यक्ष वसंत पंडित और सचिव राजेश महाजन के अलावा प्रबंध मंडल के सदस्य राम अवतार बिंजराजका और नागपुर से अनुज ताई परचुरे भी उपस्थित रहे। उद्घाटन सत्र के बाद महिला सशक्तिकरण एवं स्वावलम्बन के लिए ग्रामीण स्तर पर स्वरोजगार के अवसर विषय पर सेमिनार के तकनीक सत्र हुए। जिसमें केन्द्रीय कृषि विश्व विद्यालय इम्फाल का मार्गदर्शन मिला। उसके बाद महिला सशक्तिकरण एवं स्वालम्बन के लिण् ग्रामीण स्तर पर स्वरोजगार के अवसर विषय पर चर्चा हुई।

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