बुन्देलखण्ड में होती रहेगी बारिश, कानपुर में कमजोर हुआ मानसून
दक्षिणी पश्चिमी मानसून को लेकर एक बार फिर मौसमी गतिविधियां ऐसी बन गई हैं, जिससे कानपुर परिक्षेत्र में मानसून कमजोर होने..
- पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश में होगी बारिश
दक्षिणी पश्चिमी मानसून को लेकर एक बार फिर मौसमी गतिविधियां ऐसी बन गई हैं, जिससे कानपुर परिक्षेत्र में मानसून कमजोर होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि बुन्देलखण्ड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश होती रहेगी। मौसम विभाग का कहना है कि अभी मानसून सामान्य बारिश करता रहेगा।
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चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने बुधवार को बताया कि देश भर में बने मौसमी सिस्टम निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर होकर उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर बना हुआ है।
इसी जगह पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक बना हुआ है। मानसून की रेखा अब अनूपगढ़ से होती हुई उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर बने हुए नंदगांव के क्षेत्र के मध्य से गुजर रही है तथा वाराणसी पटना और मालदा होते हुए त्रिपुरा की तरफ जा रही है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के उत्तर में बना हुआ है और यह समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक है।
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बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश तथा उससे सटे हुए पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। उत्तराखंड, बिहार के कुछ भागों, पश्चिम बंगाल, झारखंड के एक-दो स्थानों सहित तटीय कर्नाटक, कोकण तथा गोवा, सिक्किम के कुछ भागों, असम, मेघालय तथा अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ एक दो स्थानों पर कुछ देर के लिए तेज वर्षा संभव है।
जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब के कुछ भागों, कानपुर मण्डल मै मौसम शुष्क रहने की संभावना है उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में, बचे हुए मध्यप्रदेश में, विदर्भ, केरल, दक्षिणी गुजरात और उड़ीसा के कुछ भागों में हल्की बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है। हल्के से बहुत हल्की बारिश पश्चिमी राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, छत्तीसगढ़, कर्नाटका के आंतरिक भागों, तमिलनाडु में, बचे हुए उत्तर पूर्वी भारत, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और लक्षदीप में संभव है।
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