जानिये इंडियन आइडल में आये संतोष आनंद जी को देख क्यों भावुक हुए सभी लोग

संतोष आनंद जी को इंडियन आइडल में इनवाइट किया गया था। शो का वो एपिसोड काफी भावुक रहा। ऐसा क्या था जिसने सभी को भावक कर दिया।

जानिये इंडियन आइडल में आये संतोष आनंद जी को देख क्यों भावुक हुए सभी लोग

इंडियन आइडल जैसा प्रचलित शो तो आप सभी देखते ही होंगे। हाल ही में संतोष आनंद जी को इंडियन आइडल में इनवाइट किया गया था। शो का वो एपिसोड काफी भावुक रहा। ऐसा क्या था जिसने सभी को भावक कर दिया। बता दें, संतोष आनंद जी को देख सभी भावुक हुए थे, नेहा कक्कड़ तो काफी इमोशनल भी हुई थी। क्या आप भी जानना चाहते है की क्या थी पूरी बात जिससे सभी काफी दुखी हुए थे ? तो पढ़ाइये पूरी खबर


इंडियन आइडल 12 इस वीकेंड का एपिसोड काफी इमोशनल रहा। इस एपिसोड में 'एक प्यार का नगमा है' जैसे सुपरहिट गीत लिखने वाले मशहूर गीतकार संतोष आनंद जी को बुलाया गया था। संतोष जी की उपस्थिति में शो का माहौल काफी भावुक हो गया।

यह भी पढ़ें - हूबहू ओशो लग रहे ऐक्टर का फोटो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल, जाने कौन हैं ये एक्टर

कौन है गीतकार संतोष आनंद?

आपको बता दें, 90's के बहुत फेमस गीतकार है, संतोष आनंद जी, जिन्होंने कई सुपरहिट गाने दिए। मशहूर कवि और फिल्मी गीतों के लेखक संतोष आनंद एक प्रतिष्ठित और सज्जन कलाकार हैं। संतोष जी ने 'जिंदगी की ना टूटे लड़ी', 'एक प्यार का नगमा है', 'मैं ना भूलूंगा', 'तेरा साथ हैं तो', 'मेघा रे मेघा' और 'मोहब्बत है क्या चीज' जैसे कई सुपरहिट गाने लिखे। उन्हें लगातार दो बार फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।

आईये जाने गीतकार संतोष की जीवनी 

संतोष आनंद जी का जन्म 5 मार्च 1940 में उत्तर प्रदेश के सिकंदराबाद में हुआ था। संतोष जी युवा अवस्था में ही दुर्घटना में एक टांग से विकलांग हो गए थे। शादी के दस साल बाद इन्हें पुत्र संकल्प आनंद प्राप्त हुए। जानकारी के मुताबिक, संकल्प आनंद गृह मंत्रालय विभाग में कार्यरत थे। संतोष जी के बेटे संकल्प ने साल 2014 के 15 अक्टूबर में ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया था। संकल्प के साथ संकल्प की पत्नी ने भी अपनी जान दे दी थी। जिसके बाद संतोष आनंद जी टूट गए।

यह भी पढ़ें - मिमिक्री आर्टिस्ट श्याम रंगीला ने इस वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी की उतारी नकल

 एक समय पर बॉलीवुड के जाना माना चेहरा रहने वाले गीतकार की हालत काफी खराब है। बता दें, मशहूर कवि और फिल्मी गीतों के लेखक संतोष आनंद एक प्रतिष्ठित और सज्जन कलाकार हैं। जिन्होंने लगातार दो बार फिल्मफेयर अवार्ड जीता। अपने अप्रतिम गीतों से भारतीय फिल्म जगत में उन्होंने एक अलग मुकाम हासिल किया। मौजूदा स्थिति में संतोष जी पर काफी कर्ज है, इस कारण जीना बहुत मुश्किल हो गया है। 

लास्ट वीक इंडियन आइडल में आये संतोष आनंद, मुंबई आकर काफी खुश हुए। संतोष आनंद जी ने शो में कहा, 'सालों बाद मुंबई में आया हूं, अच्छा लग रहा है। एक उड़ते हुए पँछी की तरह मैं यहाँ आता था और चला जाता था।  रात-रात भर जागकर मैंने गीत लिखे। मैंने गीत नहीं अपने खून से कलेजे से लिखे हैं ये सब कुछ। कितना अच्छा लगता है वो दिन याद करके आज तो मेरे लिए ऐसा लगता है कि मेरे लिए तो दिन भी रात हो गया है। मैं जीना चाहता हूं बहुत अच्छी तरह।' 

दर्द सुनकर भावुक हुए सभी लोग 

संतोष आनंद जी की सच्चाई सुनकर शो की जज नेहा कक्कड़ इतनी भावुक हो गईं कि उनकी आँखों में आँशु छलक आये। नेहा ने कहा कि, 'आपके लिखे हुए गीतों से हमने प्यार करना सीखा है।' इस दौरान भावुक होकर नेहा ने संतोष जी को 5 लाख रुपये देकर उनकी मदद दी। 

नेहा ने कहा, 'मैं अपनी ओर से आपको 5 लाख रुपये की मदद करना चाहती हूं।' इसे आप ये समझकर रख लीजिए कि, आपकी पोती की तरफ से हैं।' और एक लेजेंड गीतकार की ऐसी स्तिथि देखकर इस सीजन के सभी कंटेस्टेंट्स की आंखें भर आईं। फिर वो अरुणिता कांजीलाल हों, शनमुख प्रिया हों, नचिकेत लेले या फिर सिरीशा भागवातुला, हर किसी की आंखें नम हो गईं।

यह भी पढ़ें - दिशा पटानी की फौजी बहन खुशबू पटानी के आगे फीकी पड़ी कई बॉलीवुड एक्ट्रेस

 महान गीतकार संतोष आनंद जी को उत्तर प्रदेश सरकार ने साल 2016 में प्रतिष्ठित सम्मान यश भारती से सम्मानित किया था। संतोष जी की सच्चाई सुनकर शो की जज नेहा कक्कड़ इतनी भावुक हो गईं कि, उनकी आँखों में आँशु छलक आये। नेहा ने कहा कि, 'आपके लिखे हुए गीतों से हमने प्यार करना सीखा है।' इस दौरान भावुक होकर नेहा ने संतोष जी को 5 लाख रुपये देकर उनकी मदद दी। 

मदद की पेशकश करने पर संतोष जी ने कहा, 'मैं बड़ा स्वाभिमानी आदमी हूं।' आजतक किसी से कुछ भी नहीं लिया है।' इसके बाद नेहा कक्कड़ ने संतोष जी के पास आकर 'इक प्यार का नगमा है' गीत गाया और फिर रोते हुए संतोष जी को गले लगा लिया।

इसी एपिसोड को देख जे एन कॉलेज के प्रोफ़ेसर डॉ. अश्विनीकुमार शुक्ल जी ने अपने विचार साझा किये। उन्होंने गाने की पंक्तियों का गहरा विवरण दिया हैं। आईये जानते है?  

"कुछ पाकर खोना है
कुछ खोकर पाना है
जीवन का मतलब तो
आना और जाना है
दो पल के जीवन से
इक उम्र चुरानी है
जिंदगी और कुछ भी नहीं
तेरी मेरी कहानी है।....."

यह भी पढ़ें - बॉलीवुड एक्ट्रेस दीया मिर्ज़ा करने जा रही है इस बिज़नेसमैंन के साथ दूसरी शादी?

तेरी-मेरी अर्थात् मेरी और आपकी (विस्तृत अर्थ में हर किसी की) कहानी की बात इन पंक्तियों में निहित है। कितना गहरा जीवन-दर्शन है, 'शोर' फिल्म के लिए लिखे गए संतोष आनंद के उस पूरे गीत में, जिसके अंश के रूप में उपर्युक्त पंक्तियाँ उद्धृत हैं।
वस्तुतः ये पंक्तियाँ अभी कुछ पलों पहले सोनी टीवी के 'इंडियन आइडल' शो में नेहा कक्कड़ ने संतोष आनंद जी के सामने अत्यंत भावुक होकर लगभग रोते हुए गाई हैं।  मुझे वह दिन भूलता नहीं है, क्योंकि उस दिन सभी समाचार चैनलों ने 'रोटी, कपड़ा और मकान' के लिए लिखे गए संतोष जी के गीतों सहित उनके अन्य गीतों के माध्यम से उनकी पीड़ा को श्रोताओं-दर्शकों तक पहुँचाया था। 'इंडियन आइडल' शो की एक निर्णायक और प्रसिद्ध गायिका नेहा कक्कड़ ने संतोष आनंद जी को भेंट स्वरूप 5 लाख रुपए देने का विनम्र निवेदन किया, तो उन्होंने कहा,"धन्यवाद बेटी! पर मैं बहुत स्वाभिमानी हूँ; किसी से पैसा नही लेता, भले ही पैसे की तंगी हो।" तब नेहा ने कहा कि "मुझे अपनी पोती समझकर रख लीजिए।" इसके बाद संतोष जी ने भावुक होते हुए वह राशि स्वीकार कर ली।

यह भी पढ़ें - कंगना रनौत ने 'धाकड़' के सेट से शेयर की लेटेस्ट फ़ोटो, यहाँ देखें

आज की उपर्युक्त घटना को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर से जोड़ते हुए यही कहना है कि संतोष आनंद जी के गीत की पंक्तियों का संदर्भ उनके जीवन से जोड़कर यदि हम हिंदीभाषी व्यंजनात्मक अर्थ निकाल सके हैं, तो हमारी मातृभाषा हिंदी होने के कारण ऐसा हुआ है। इसीलिए हम सभी को अपनी मातृभाषा से लगाव अवश्य रखना चाहिए और साथ ही अन्य सबकी मातृभाषाओं का सम्मान भी करना चाहिए। सभी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

What's Your Reaction?

like
0
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0