पॉक्सो एक्ट के बंदी ने प्रथम श्रेणी में पास की बारहवीं की परीक्षा
जिला कारागार झांसी में पॉक्सो एक्ट में निरुद्ध बंदी ने बारहवीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की है...

जेलर ने खुश होकर खिलाई मिठाई, कहा - ऐसे ही पढ़ो
झांसी। जिला कारागार झांसी में पॉक्सो एक्ट में निरुद्ध बंदी ने बारहवीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की है। बंदी ने सफलता का पूरा श्रेय जेल प्रशासन और साथी बंदियों को दिया है।
झांसी के थाना मोठ के ग्राम उमरा निवासी निहाल वर्मा (19) ने जेल में रहकर पढ़ाई की और इंटरमीडिएट परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की। राजकीय इंटर कॉलेज रक्सा से उसने प्राइवेट फॉर्म भरा था। बंदी ने बताया कि उसके पिताजी की मौत हो चुकी है और मां के अलावा बड़ा भाई और बहन है। उसे पॉक्सो एक्ट में सितंबर 2023 में जेल भेज दिया गया। झांसी जिला कारागार आने के बाद उसने जेल प्रशासन से पढ़ाई किए जाने की इच्छा जहिर की। जेल प्रशासन ने भी उसके भविष्य को देखते हुए बारहवीं की किताबें और एक शिक्षक की व्यवस्था कर दी। बंदी छात्र ने बताया कि वह दिन में 2 से तीन घंटे और रात में भी नियमित पढ़ाई किया करता था। पढ़ाई के दौरान जेल में तैनात स्टाफ भी कुछ पूछने पर उसकी मदद करता था। उसने बताया कि जेलर ने उसको खुशखबरी दी और मिठाई भी खिलाई।
इनका है कहना
इस संबंध में झांसी जिला कारागार के जेलर प्रदीप कुमार कश्यप ने बताया कि उच्चाधिकारियों से बात कर निहाल के लिए किताबें और एक शिक्षक की व्यवस्था कर दी गई थी। जिला कारागार फतेहगढ़ फर्रुखाबाद में परीक्षा सेंटर आया था। नियमानुसार परीक्षा देने के लिए 21 फरवरी 2024 को फतेहगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया। परीक्षा समाप्त होने पर 17 मार्च 2024 को उसको वापस झांसी जिला कारागर ले आया गया। उसने हिंदी में 56, अंग्रेजी में 72, हिस्ट्री में 66, आर्ट में 59 और समाज शात्र में 72 अंक प्राप्त किए है। बंदी ने कुल 500 अंकों में से 325 अंक प्राप्त किया है।
गौरतलब है कि प्रदेश की 32 जेलों में से आगरा में सबसे ज्यादा कैदियों ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए अपना नामांकन कराया था। हाईस्कूल में 17 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी, जबकि इंटरमीडिएट में परीक्षार्थियों की संख्या 21 थी। इसके अलावा दूसरा स्थान गाजियाबाद जिला कारागार का आता है, जहां कुल 25 कैदियों ने फॉर्म भरे थे।
हिन्दुस्थान समाचार
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