यमुना और बेतवा पुलों पर भारी वाहनों की नो एंट्री, सड़क और पुल की भार क्षमता जांच में जुटी टीम

कानपुर-सागर नेशनल हाइवे के बीच यमुना और बेतवा पुलों पर अब भारी वाहनों की नो इन्ट्री करने की तैयारी डिपार्टमेंट...

Nov 23, 2024 - 04:11
Nov 23, 2024 - 04:16
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यमुना और बेतवा पुलों पर भारी वाहनों की नो एंट्री, सड़क और पुल की भार क्षमता जांच में जुटी टीम

पांच सदस्यीय टीम की जांच में पुलों की स्लैब और कोठियों में मिली दरारें

स्लैब की मरम्मत व कोठियों की दरारें भरने को लगाई गई 10 सदस्यीय टीमें

हमीरपुर। कानपुर-सागर नेशनल हाइवे के बीच यमुना और बेतवा पुलों पर अब भारी वाहनों की नो इन्ट्री करने की तैयारी डिपार्टमेंट ने की है। इसके लिए अल्टीमेटम भी दे दिया गया है। इसके साथ ही हाइवे की भार क्षमता की जांच के लिए हैदराबाद की एक कंपनी ने टीम के साथ डेरा भी डाल दिया है। साथ ही पुलों की स्लैब और कोठियों में आई दरारों की मरम्मत के लिए दस सदस्यीय टीमें लगाई गई है।

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हमीरपुर जिले के कानपुर-सागर नेशनल हाइवे में यमुना और बेतवा नदियों के पुल कई दशक पुराने है जो मौजूदा में क्षमता से अधिक भारी वाहनों की आवाजाही से कमजोर हो गए है। इन दोनों पुलों में ही रात दिन छोटे और भारी वाहनों की इन्ट्री होती है। चौबीस घंटे में दोनों नदियों के पुलों से कम से कम दस हजार वाहन गुजरते है जिससे पुल और हाइवे में आए दिन जाम की स्थित पैदा होती है। ये दोनों पुल ओवर लोड वाहनों की आवाजाही के कारण कई बार क्षतिग्रस्त हो चुके है। कुछ दशक पहले यमुना पुल की एक कोठी के ऊपर लेंटर दरक गया था। जिससे बड़ा होल हो जाने से भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। पुल खस्ताहाल होने से एक महीने तक रोडेवज बसों और अन्य वाहनों की नो इन्ट्री लगाई गई थी। पीएनसी कंपनी ने पुल की मरम्मत कराने के दौरान वाहनों का आवागमन पूरी तरह से रोका था। जिससे कई दिनों तक कानपुर और लखनऊ का सम्पर्क यहां के लोगों का कट गया था। ये दोनों पुल क्षमता से कई गुना वाहनों की इन्ट्री से चार बार क्षतिग्रस्त हुआ है।

हैदराबाद की एजेंसी ने नेशनल हाइवे की सड़क की भार क्षमता की अब जांच शुरू

एआरटीओ प्रवर्तन अमिताभ राय ने बताया कि कानपुर-सागर नेशनल हाइवे की सड़क की भार क्षमता की जांच के लिए सर्वे कराया जा रहा है। बताया कि हैदराबाद की कम्पनी ने टीम के साथ यहां कानपुर से लेकर महोबा जिले के खन्ना तक सड़क की भार क्षमता की जांच भी शुरू कर दी है। कंपनी के कर्मचारी मशीन से पांच-पांच सौ मीटर पर सड़क की जांच कर रहे है। कर्मचारी डाटा भी लैपटाँप में फीड कर रहे है। जांच के बाद पन्द्रह दिनों में रिपोर्ट देगी।

एनएचएआई ने भी अब हाइवे के पुलों पर भारी वाहनों के न निकलने की दी चेतावनी

कानपुर-सागर नेशनल हाइवे के हमीरपुर में यमुना व बेतवा नदियों पर बने पुलों पर अब भारी वाहनों की इन्ट्री पर एनएचएआई ने रोक लगाने की तैयारी की है। इसके लिए अल्टीमेटम भी दे दिया गया है। इसके साथ ही कानपुर से लेकर खन्ना तक नेशनल हाइवे की सड़क की मशीनों से जांच कराई जा रही है। बता दे कि करीब पैतीस एमटी क्षमता के यह दोनों पुल कई दशक पहले बनाए गए थे लेकिन मौजूदा में इससे कई गुना क्षमता के वाहन पुलों से गुजर रहे $है।

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पुलों की स्लैब और कोठियों में आई दरारों की मरम्मत के लिए टीम ने अब जमाया डेरा

भारी वाहनों के यमुना और बेतवा पुलों से निकलने पर रोक लगाने की सलाह ठेंगे पर है। भारी वाहनों के कारण पुलों स्लैब और कोठियों में हल्की दरारें आ गई है। पीएनसी के सुपरवाइजर मो.अशरफ ने बताया कि हैदराबाद की एक एजेंसी ने यहां मशीन से कोठियों की जांच की है। हल्की दरारें स्लैब और कोठियों में आने पर अब इसकी मरम्मत कराई जा रही है। बताया कि कोठियों व पुल की स्लैब की दरारें भरने के लिए दस सदस्यीय टीम लगाई गई है।

हिन्दुस्थान समाचार

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