कृषि उपज मंडियों में गल्ला व्यापारियों ने हड़ताल की
कृषि उपज मंडी समितियों में किसानों के उत्पादन में लगने वाले मंडी शुल्क व सेस को केन्द्र सरकार ने समाप्त कर दिया है। परंतु प्रदेश सरकार सभी मंडियों में मंडी शुल्क व सेस की मंडी यार्ड के अंदर के व्यापारियों से 2, 5 प्रतिशत शुल्क व सेस की वसूली कर रही है और यार्ड के बाहर के व्यापारियों से शून्य मंडी शुल्क ले रहे है। जिसके विरोध में मंडी के सभी गल्ला व्यापारियों ने आज से तीन दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी है।
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इस संबंध में गल्ला व्यापार मंडल के मण्डल अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी मिश्रा के आवाहन पर तीन दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी गई है। पहले दिन मंडी प्रांगण में हर प्रकार का काम बंद रहा।मंडी के अंदर काम करने वाले पल्लेदार, लेबर, रेजा , छोटे वाहन व भारी वाहन सभी हड़ताल पर शामिल रहे। हड़ताल स्थल पर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सत्य प्रकाश सराफ चारु चंद्र खरे, प्रदेश संयुक्त मंत्री कमलेश गुप्ता, शिवपूजन गुप्ता संतोष कुमार गुप्ता,आदि व्यापारियों ने अपने अपने सुझाव व्यक्त किए ।
चित्रकूट धाम मंडल अध्यक्ष विष्णु कुमार गुप्ता ने बताया कि अध्यादेश के अनुसार पूरे प्रदेश की मंडियों की बाउंड्री के अंदर केवल 2.5 प्रतिशत मंडी शुल्क वसूला जा रहा है यार्ड के अंदर बाहर किसी प्रकार का कोई शुल्क राज्य सरकार नहीं ले सकती है। हड़ताल के दौरान गल्ला व्यापारी धरने में भी बैठे रहे।जिसमें अवधेश गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, राकेश कुमार गुप्ता, अशोक कुमार, मानसिंह, मिश्रीलाल, सुजीत, संजय शुक्ला आदि मौजूद रहे। यह हड़ताल 9 से 11 जुलाई तक चलेगी।
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