देश में बजा चित्रकूट का डंका, डीएम अभिषेक आनंद को मिला पीएम अवार्ड

बुन्देलखण्ड में चित्रकूट के डीएम अभिषेक आनंद अपने काम से पूरे देश में छाप छोड़ने में सफल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी...

देश में बजा चित्रकूट का डंका, डीएम अभिषेक आनंद को मिला पीएम अवार्ड

बुन्देलखण्ड में चित्रकूट के डीएम अभिषेक आनंद अपने काम से पूरे देश में छाप छोड़ने में सफल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में सिविल सर्विस डे पर लोक प्रशासन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले देश के अन्य चुनिंदा आईएएस अधिकारियों के साथ चित्रकूट के डीएम अभिषेक आनंद को पीएम अवार्ड से सम्मानित किया। 

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वर्ष 2014 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक आनंद प्रदेश के आठ सबसे पिछड़े जिलों (आकाक्षांत्मक) में शामिल चित्रकूट में जुलाई 2022 से कलेक्टर हैं। अभिषेक ने बालिकाओं, विशेष जरूरतों वाले बच्चों और स्कूली बच्चों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की योजना पर काम किया।

विद्यालयों के भौतिक बुनियादी ढांचे में बदलाव किया गया। इसके लिए ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों, जिला खनिज निधि, नीति आयोग, सांसदों/विधायकों और सीएसआर से लगभग 86.70 करोड़ रुपये जुटाए गए। 

इस राशि से 320 स्कूल बाउंड्री, 308 लड़कों के शौचालय, 340 लड़कियों के शौचालय, 165 किचन शेड, एक साथ कई प्वाइंट वाले 659 हैंडवाशिंग यूनिट, 690 परिसरों का विद्युतीकरण और 1500 से ज्यादा कक्षाओं के फर्श पर टाइल्स लगाए गए। इस पहल ने रूर्बन मिशन, नीति आयोग, सीएसआर और जिला खनिज निधि के माध्यम से 280 स्कूलों में स्मार्ट कक्षाओं की व्यवस्था कर दी गई है। विभिन्न फंडों के माध्यम से अगले छह माह में 550 और स्मार्ट क्लासरूम बनाने की तैयारी है। अभिषेक ‘समग्र शिक्षा के माध्यम से एक समान और समावेशी कक्षा के वातावरण के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा’ देने की श्रेणी के लिए पुरस्कृत किए गए।

अभिषेक की पहल इस तरह रंग लाई

नामांकित विद्यार्थियों की संख्या में लगभग 10 फीसदी की वृद्धि हुई।
आउट ऑफ स्कूल 2,758 बच्चों की पहचान कर उन्हें औपचारिक शिक्षा प्रणाली में शामिल किया गया है।
सरकारी स्कूलों में विशेष आवश्यकता वाले 1704 बच्चे पंजीकृत।
स्मार्ट क्लासरूम वाले स्कूलों में उपस्थिति औसतन 70 फीसदी से बढ़कर अब 90फीसदी से अधिक।
विद्यार्थियों में वैज्ञानिक व सामाजिक अवधारणाओं की बेहतर समझ और पाठ्येतर गतिविधियों में भागीदारी बढ़ी।
सरकारी स्कूलों व वहां की सुविधाओं के प्रति बच्चों के माता-पिता, जनप्रतिनिधियों व जनता के दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव।
उत्तर प्रदेश स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार, 2022 जीतने वाले 9 में से 3 विद्यालय चित्रकूट के हैं।
जिले के 90 फीसदी से अधिक स्कूल अब राज्य शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित भौतिक बुनियादी ढांचे के मापदंडों में संतृप्त हैं।

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