बांदा : सीएचसी अधीक्षक ने दिव्यांग महिला चिकित्सा अधिकारी को 5 घंटे कमरे में कैद किया
पूर्व चिकित्सा अधीक्षक के आवास में रहने आई दिव्यांग महिला चिकित्सा अधिकारी डॉ स्नेह लता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरैनी में तैनात है..
पूर्व चिकित्सा अधीक्षक के आवास में रहने आई दिव्यांग महिला चिकित्सा अधिकारी डॉ स्नेह लता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरैनी में तैनात है। महिला चिकित्सा अधिकारी अस्पताल से कमरे में आई तभी चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर पटेल ने उनके कमरे में दो ताले लगा दिए और 5 घंटे तक उन्हे कमरे में कैद रखा गया। 5 घंटे बाद उनके कमरे का ताला खोला गया। इस बारे में चिकित्सा अधीक्षक का कहना है कि डॉ स्नेह लता ने बिना किसी आदेश के पूर्व चिकित्सा अधीक्षक के आवास में 27 जुलाई को कब्जा कर लिया था।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात आयुष विभाग की महिला चिकित्साधिकारी डॉ. स्नेहलता बीते एक दशक से यहां सीएचसी में संविदा पर काम करती हैं। गुरुवार को सुबह साढ़े 10 बजे वह अस्पताल से कमरे में आई थीं। तभी चिकित्साधीक्षक डॉ. लवलेश पटेल ने उनके आवास में बाहर से दो ताले लगा दिए। इस बारे में डॉ. स्नेहलता ने बताया कि उन्होंने 30 जून को डीएम व सीएमओ को पत्र भेजकर सूचना दे दी थी कि वह स्वास्थ्य केंद्र परिसर में स्थित सरकारी आवास में रह रही हैं। परिसर से दूर रहने पर दिव्यांगता के चलते उन्हें परेशानी होगी।
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इधर, ताला लगाने की बात स्वीकारते हुए चिकित्साधीक्षक डॉ. लवलेश पटेल ने बताया कि कई कर्मचारी अस्पताल के नर्स ट्रेनिंग सेंटर में अवैध रूप से रह रहे हैं। यहां प्रशिक्षुओं की ट्रेनिंग शुरू की जानी है। सीएमओ ने 27 जुलाई को पत्र जारी कर ट्रेनिंग सेंटर में रह रहे डॉ. विनोद राजपूत, चिकित्साधिकारी डॉ. स्नेहलता, एलटी विनय सिंह, बीएचडब्ल्यू प्रियंका श्रीवास्तव, स्वीपर मोहन का जुलाई माह का वेतन रोक दिया है। तीन दिन के अंदर राजकीय आवास खाली करने का आदेश दिया है।
चिकित्साधीक्षक ने बताया कि डॉ. स्नेहलता ने बिना किसी आदेश के पूर्व चिकित्साधीक्षक के आवास में 27 जुलाई को कब्जा जमा लिया है, जबकि संविदा कर्मचारी को आवास आवंटित करने का प्रावधान नहीं है। डॉ. स्नेहलता पांच घंटे तक कमरे कैद रही। लगभग पांच घंटे बाद शाम 6 बजे चिकित्साधीक्षक डॉ. लवलेश पटेल ने चिकित्साधिकारी डॉ. स्नेहलता के कमरे का ताला खोल दिया। लेकिन वह आवास से बाहर नहीं आईं। साथ ही अनधिकृत रूप से कब्जाए गए आवास को छोड़ने का आग्रह किया। डॉ. पटेल ने बताया कि डॉ. स्नेहलता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दिए हैं।
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प्रकरण में सरकारी आवास के आवंटन को लेकर विवाद है । महिला द्वारा थाना स्थानीय पर अभी तक कोई तहरीर नही दी गई है । तहरीर प्राप्त होते ही आवश्यक विधिक कार्यवाही की जायेगी ।
— Banda Police (@bandapolice) July 29, 2022