सौर ऊर्जा से जगमग होगा Bundelkhand Expressway , जाने यूपी सरकार का पूरा प्लान
उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े इलाके बुंदेलखंड को जोड़ने वाले एक्सप्रेस वे पर सरकार एक नई शुरुआत करने जा रही है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को उत्तर प्रदेश सरकार अब सोलर एक्सप्रेस वे बनाने ...
उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े इलाके बुंदेलखंड को जोड़ने वाले एक्सप्रेस वे पर सरकार एक नई शुरुआत करने जा रही है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को उत्तर प्रदेश सरकार अब सोलर एक्सप्रेस वे बनाने जा रही है। एक्सप्रेस वे पर सोलर पैनल के जरिए रोशनी के साथ-साथ एक्सप्रेस वे से सटे आसपास के गांव भी जगमगाएंगे। यूपीडा ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है।
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दरअसल, उत्तर प्रदेश में उच्च गुणवत्ता वाले हाइवे के निर्माण और रख-रखाव के साथ ही इसे नवीकरणीय ऊर्जा से जोड़ते हुए एक खास इनोवेशन करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप, उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को सौर ऊर्जा से लैस करने की अनूठी पहल को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है। फिलहाल, यूपीडा द्वारा एक ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट’ का लेटर जारी किया गया है। इसके अनुसार, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को सोलर एक्सप्रेस-वे में परिवर्तित करने के लिए एक विस्तृत रूपरेखा तैयार कर ली गई है और पूरी योजना को पीपीपी मॉडल के अंतर्गत वृहद स्तर पर सोलर पैनल इंप्लांटेशन के जरिए मूर्त रूप दिया जाएगा।
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यूपीडा द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 296 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को सौर ऊर्जा चालित एक्सप्रेस-वे के तौर पर विकसित करने की कार्ययोजना पर चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) के निर्देश पर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। इसी के फलस्वरूप यूपीडा द्वारा एक ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट’ का लेटर जारी कर इच्छुक आवेदनकर्ताओं के आवेदन मांगे गए हैं। इसके अंतर्गत, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को सौर एक्सप्रेस-वे के तौर पर विकसित करने व सोलर पैनल्स को इंपैनल करने के लिए निजी कंपनियों से आवेदन व सुझाव मांगे हैं। इसके लिए यूपीडा द्वारा 17 अगस्त दोपहर 3 बजे तक upeida2@gmail.com पर इच्छुक आवेदनकर्ता अप्लाई कर सकते हैं। इन प्राप्त आवेदनों में से चयनित आवेदनकर्ता को फिर आगे प्रेजेंटेशन देने के लिए बुलाया जाएगा जिसके फाइनल होने पर सोलर पैनल लगाए जाने की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी जाएगी।
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बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के सबसे आधुनिक औऱ सुविधा संपन्न एक्सप्रेस-वे में शुमार है। ऐसे में, इसे सौर ऊर्जा से चालित कर एक नई दिशा देने की विस्तृत कार्य योजना पर काम हो रहा है। 4 लेन वाले इस 296 किमी लंबे हाइवे में मेन कैरियज वे व सर्विस लेन के तौर पर दो हिस्से हैं। इन्हीं दोनों के बीच लगभग 15 से 20 मीटर चौड़ाई की पट्टी वाला क्षेत्रफल पूरे एक्सप्रेस-वे में फिलहाल खाली है जिसे कृषि भूमि से अलग करने व बाड़ लगाने के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। अब इसी क्षेत्र को सोलर पैनल्स से पाटने की योजना है।
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बता दें कि लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर भी कई जगह सौर ऊर्जा के पैनल लगाए गए हैं लेकिन इन पैनल से बनने वाली सोलर एनर्जी टोल प्लाजा व कुछ इलाके को ही रोशनी दे पाती है। वहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के पूरे 296 किलोमीटर के रास्ते को ही सोलर एनर्जी से जगमगाने की योजना है। UPEIDA के ACEO हरिनाथ शाही का कहना है कि ये अभी शुरुआत है. अगर कार्य योजना ने ठीक ढंग से कम किया और पीपीपी मॉडल पर यह योजना कारगर रही तो एक्सप्रेस वे पर लगे सोलर पैनल से हम अतिरिक्त बिजली भी बना सकेंगे, जिसको भविष्य में पास के पावर ग्रिड से जोड़कर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से सटे गांवों को भी रोशन करने की कोशिश होगी।