पूर्व विधायक दलजीत सिंह ने दर्ज ठगी के मुकदमें को बताया साजिस

भाजपा नेता और पूर्व विधायक दलजीत सिंह ने फतेहपुर में दर्ज प्राथमिकी को साजिश करार दिया है..

Jul 23, 2022 - 07:40
Jul 23, 2022 - 07:43
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पूर्व विधायक दलजीत सिंह ने दर्ज ठगी के मुकदमें को बताया साजिस

भाजपा नेता और पूर्व विधायक दलजीत सिंह ने फतेहपुर में दर्ज प्राथमिकी को साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि आरोपित स्वयं गंभीर आपराधिक मामलों में संलिप्त हैं। वह मुख्यमंत्री से मिलकर अभिलेख दिखाकर जांच की मांग करेंगे। कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व विधायक दलजीत सिंह और उनके साथियों पर फतेहपुर के खागा निवासी कारोबारी उदय प्रताप ने ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें उनके भाई दलपत सिंह को भी आरोपित किया है।

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इस संदर्भ में पूर्व विधायक नें बताया कि वह सारे प्रामाणिक अभिलेखों के साथ मुख्य मंत्री से मिलकर जांच की मांग करेंगे। और अपने निर्दाेष होने का सबूत भी देंगे। पूर्व विधायक दल जीत सिंह नें आरोप लगाया है कि बालू कारोबार में उदय प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना और अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू पार्टनर बनें थे। तीन खदानें थीं उनमें संयोगवश घाटा लगने से नुकसान हुआ। ठगी का आरोप लगाने वाले व्यवसाय में जब घाटा खा गये तो मेरे और अन्य के विरुद्ध साजिशन फतेहपुर में ठगी की फर्जी रिपोर्ट दर्ज करा दी है। 

पूर्व विधायक नें आरोपों के क्रम में  बताया कि खागा नई बाजार निवासी उदय प्रताप सिंह जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष रहें है। अपने कार्यकाल में इन्होंने एक अरब से अधिक का बैंक घोटाला कर अपने रिश्तेदार जयकरण सिंह कैशियर को फंसा दिया। इस सदमे में जयकरण सिंह नें आत्महत्या कर ली।  पूर्व विधायक दलजीत सिंह नें इसी प्रकार अभय प्रताप सिंह जो वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष है उन पर भी आर्थिक अपराध के संगीन आरोप लगाये हैं। कहा हैं कि इन्होंने बौध्ध धर्म अपना कर शिक्षा के क्षेत्र में माफिया बन गया।

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कई विद्यालय खोले। एक ही बिल्डिंग में शासन से तय मानकों को दरकिनार कर कई विषयों की मान्यता हासिल की गई। अकूत धन कमाया। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में नामांकन पत्र में हिंदू धर्म दर्शाया हैं, जो एक अति गंभीर मामला एंव जांच का विषय है। जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में पिछली बार की तहबाजारी से लगभग आधी रकम पर ठेका देकर सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाई गई है। वहां सारे कामों में पचास प्रतिशत की कमीशन बाजी है।

इनके द्वारा तमाम तालाबों की भीटों की प्लाटिंग कर के बेंच दी गई। राजस्व को क्षति पहुंचाई। पूर्व विधायक नें कहा कि एक माध्यम वर्गीय व्यक्ति अरबों का मालिक किस आय के स्रोत से बन गया यह सीबीसीआईडी की जांच का विषय है। पूर्व विधायक दलजीत सिंह नें कहा कि मेरी स्वच्छ राजनीतिक एंव धार्मिक छवि को नष्ट करने के लिये आरोपी साजिश कर रहें हैं। यह एक गंभीर प्रकरण हैं।

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