बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पहली बारिश भी नही झेल पाया, गुणवत्ता पर उठे सवाल

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने 16 जुलाई को किया था। वहीं पहली बारिश के बाद ही इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं..

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पहली बारिश भी नही झेल पाया, गुणवत्ता पर उठे सवाल
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने 16 जुलाई को किया था। वहीं पहली बारिश के बाद ही इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। यह एक्सप्रेस-वे बांदा में तीन जगह से फट गया है। वही जालौन में  बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सड़क 2 से 3 फीट तक धंस गई है। उद्घाटन के दिन यूपीडा की प्रशंसा में बड़े-बड़े कसीदे पढ़े जा रहे थे। लेकिन सिर्फ 2 दिन के बारिश में हकीकत सामने आ गई। अभी भी यूपीडा क़े लोग सरकार को धोखे में रखना चाह रहे हैं। डैमेज एक्सप्रेसवे को वीडियो में कैद करते देख उन्होंने पुट्टी और सीमेंट से ठीक कर दिया।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway)

एक्सप्रेसवे इस तरह से खराब होने से किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं हजारों करोड रुपए खर्च करने के बाद भी इतनी दुर्दशा पर विपक्ष ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। बांदा और जालौन ने बाद औरैया में भी एक्सप्रेस-वे की सड़क धंसने का मामला सामने आया है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में की गई लापरवाही खुलकर सामने आ गई है। एक सप्ताह पहले उद्घाटन हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की सड़क कटने और नाले के धंसने से इसके निर्माण कार्य पर सवालिया निशान उठ रहे हैं।

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बता दें कि 296 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 14850 करोड़ की लागत से हुआ है। वहीं 2 दिन की बारिश ने इसकी हकीकत दिखा दी है। औरैया के सदर औरैया तहसील क्षेत्र के ग्राम मिहौली के पास बने टोल प्लाजा के पास सड़क धंस गई है। इसी तरह 20 जुलाई कि रात लगभग 10.30 बजे जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के 165 किमी छिरिया सलेमपुर में सड़क धंस गई। जिससे 2 फुट चौड़ा और 6 फुट लंबा गड्ढा हो गया। जबकि बांदा में शहर से लगभग पांच किलोमीटर दूर चहितारा गांव के समीप एक्सप्रेस-वे की दीवार बारिश के चलते ढह गई है।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway)

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे 27 महीने में बनकर तैयार हुआ है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास फरवरी 2020 में चित्रकूट जिले के भरतकूप से किया गया था। इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 280 किलोमीटर है. इसने सीधे दिल्ली से बुंदेलखंड के लोगों को जोड़ दिया है। अब चित्रकूट से दिल्ली तक का सफर महज 7 घंटे में पूरा किया जा सकता है। लेकिन पहली ही बारिश में सड़क धंसने से इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले में यूपीडा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर चंद्र भूषण ने बताया, सड़क के खराब होने की जानकारी थी। जगह को चिन्हित कर सही कराने की तैयारी थी। मगर बुधवार की दोपहर हुई बारिश के कारण यह काम अधूरा रह गया। जेसीबी से खुदवाकर  सड़क को सही कर दिया गया।

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बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway)

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